अजमेर : अब 5 साल के बच्चे होंगे FIRST CLASS में
अजमेर : सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा में अब पांच साल के बच्चे को प्रवेश मिलेगा। सरकार ने प्रवेश की उम्र 6 से घटाकर 5 साल कर दी है। इससे प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं एवं शिक्षण में लाभ होगा। शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि नि:शुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत प्रदेश के विद्यालयों में कक्षा एक में प्रवेश की न्यूनतम आयु 6 वर्ष और केन्द्रीय विद्यालयों में 5 वर्ष है।
सीबीएसई के स्कूलों में भी प्रवेश के लिए न्यूनतम आयु 5 वर्ष है। राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल तथा सैनिक विद्यालयों में कक्षा 6 में प्रवेश के लिए न्यूनतम आयु 10 और अधिकतम आयु 11 वर्ष निर्धारित है।
ऐसे में सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को मिलिट्री स्कूल, सैनिक विद्यालय, केन्द्रीय विद्यालय में प्रवेश से वंचित होना पड़ता था। बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में भी उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा था। इसके चलते सरकारी विद्यालयों में प्रवेश की न्यूनतम आयु 6 साल से घटाकर 5 साल कर दी गई है। बनेंगे नए सेवा नियम
देवनानी ने कहा कि सरकार शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण के तहत शिक्षा सेवा नियमों में बदलाव करेगी। जिला शिक्षा अधिकारी के पद शत प्रतिशत पदोन्नति से भरे जाएंगे। शिक्षकों के हितों से जुड़े कई अन्य महत्वपूर्ण बदलाव होंगे।
सरकार के प्रयासों के कारण अभिभावक अब निजी की बजाय सरकारी स्कूलों को प्राथमिकता दे रहे हैं। पिछले दो साल में सरकारी स्कूलों में 15 लाख विद्यार्थियों का नामांकन बढ़ा है। सरकार दिव्यांगों से जुड़ी प्रत्येक समस्या के समाधान के लिए प्रयास कर रही है। उन्हें जरूरत से संबंधित विभिन्न उपकरण मुहैया कराए जा रहे हैं।