ई-सेवा पुस्तिका के लिए आईएचआरएमएस एकीकृत ऑनलाइन पॉर्टल
राज्य में कार्यरत एवं सेवानिवृत्त करीब 10 लाख कर्मचारियों के सेवा अभिलेख व प्रशासनिक प्रबंधन के लिए एकीकृत मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली तैयार की गई है। इसके तहत ई-सेवा पुस्तिका के लिए आईएचआरएमएस एकीकृत ऑनलाइन पॉर्टल तैयार किया गया है। कर्मचारी की नियुक्ति से सेवानिवृत्ति तक के सेवाकाल को चार भागों में बांटकर चारों पॉर्टल के डाटा के इंटरकनेक्ट होंगे
उम्मीद की जा रही है कि इससे बेहतर प्रशासकीय प्रबंधन के साथ कर्मचारियों की सेवा संबंधी सूचना में पारदर्शिता और उसकी उपलब्धता सहज होगी।केन्द्र की मदद से राज्य सरकार ने करीब 10 करोड़ लागत से एनआईसी के जरिए यह व्यवस्था की है। पॉर्टल की मॉनिटरिंग के लिए प्रदेश से उपखण्ड स्तर तक नोडल ऑफिसर भी नियुक्त कर दिए हैं।
कार्मिक विभाग के संयुक्त शासन सचिव ने गत 23 सितम्बर को पत्र जारी कर विभाग के अधीनस्थ सभी कर्मचारियों के सेवा रिकॉर्ड को कम्प्यूटराइज कर ऑनलाइन भेजने के आदेश दिए हैं।
चार भागों में विभाजित हैं सामान्य कार्य
- आईएफएमएस पॉर्टल से पे-मैनेजर के रूप में वेतन व भत्ते का भुगतान ट्रेजरी और सम्बद्ध विभाग करते हैं।
- राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग एसआईपीएफ पॉर्टल से कर्मचारी के वेतन से राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि कटौती व ऋण सम्बंधी लेन-देन का प्रबंधन करता है।
- सम्बद्ध विभाग से सेवा व सेवा पुस्तिका सम्बंधी प्रशासनिक कार्य होते हैं जो आईएचआरएमएस पॉर्टल से करने का प्रावधान चल रहा है।
- सम्बद्ध विभाग व पेंशन विभाग से कर्मचारी के सेवानिवृत्ति पर पेंशन सम्बंधी आईपीएफएमएस पॉर्टल से होता है।
नई व्यवस्था में ऐसे होगा काम
वेबसाइट पर कर्मचारियों की सर्विस डाटा एन्ट्री की रिपोर्ट प्रदर्शित होगी। वेतन-भत्ते का भुगतान कार्य, राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि के लिए कटौती व उससे ऋण सम्बंधी कार्य, सेवा व सेवा पुस्तिका संबंधी प्रशासनिक कार्य एवं पेंशन कार्य कार्यों को एक डेटाबेस से इन्टीग्रेटेड कर सिंगल साइन-इन होगा। भविष्य में सेवा अभिलेख, अवकाश स्वीकृति, प्रशिक्षण, वरिष्ठता सूची, विभागीय जांच, प्रतिनियुक्ति, स्थानान्तरण, सेवानिवृत्ति, पेंशन आदि की कार्रवाई के लिए चरणबद्ध रूप में आईएचआरएमएस पॉर्टल पर होने से कार्मिकों को उनकी सेवा संबंधी सूचना में पारदर्शिता व सहज उपलब्ध होगी ।
लाभ और सुविधाएं
- सेवा अवधि में स्थानान्तरण, पदोन्नति, विभागीय जांच, अवकाश, प्रशिक्षण, सेवा पुस्तिका, वरिष्ठता सूची, पे-स्लिप, वेतन कटौती, जीए-55 आदि संबंधी प्रशासनिक कार्यों की सरल व बेहतर मानिटरिंग हो सकेगी।
- कर्मचारियों को सेवा सम्बंधी सूचना से की जानकारी आसानी से मिलेगी। इससे -सेवा संबंधी प्रशासनिक कार्यों में बेहतर पारदर्शिता आएगी।
- सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन विभाग का कार्य ऑटोमेटेड होने से समस्त डाटा अपने आप डिजिटलाइज और ऑनलाइन होता रहेगा।
- अलग-अलग विभागों से सत्यापन एवं सूचना लिए जाने में होने वाले विलम्ब में कमी आएगी।
- प्रॉविजनल पेंशन प्रकरणों की समुचित मॉनिटरिंग की जा सकेगी।
- कर्मचारी अपने पेंशन की स्थिति सीधे जान सकेंगे।