एसएमसी प्रशिक्षण में सिर्फ हस्ताक्षर करने बुलाया
डूंगरपुर। सर्वशिक्षा अभियान की ओर से शिक्षक अभिभावक समिति के एसएमसी प्रशिक्षण के नाम औपचारिकता मिला। एसएसए के एडीपीसी गोवर्धनलाल यादव ने बताया कि राउमावि आसपुर जो की आदर्श विद्यालय की श्रेणी में आता हैं। उसका निरीक्षण बुधवार को किया गया।
स्कूल में कक्षा 1 से 5 तक में केवल 14 बच्चों का प्रवेश मिला। स्कूल में इन बच्चों को पढ़ाने के लिए 1 शिक्षक मनोनीत था। जिसमें किसी भी बच्चें पर सीसीई और एसआईक्यूईटी पर कार्य नहीं किया गया था। शिक्षक अध्यापक डायरी नहीं थी। बच्चों की चेक लिस्ट, पोर्ट फोलियो भी तैयार नहीं किया गया था। कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों के लिए गत शैक्षणिक सत्र में एसएफजी मद के 12 हजार, एमआरए मद के 1 हजार और टीएलएम मद के 1500 रुपए आज तक खर्च नहीं किए थे। जिसके कारण इनका उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं दिया गया।
स्कूल में एसएमसी का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया था। जिसमें एसएमसी सदस्यों को बाहर बरामदे में बैठाया गया था। प्रशिक्षण में 18 सदस्यों की जगह केवल 11 सदस्य मौजूद थे।
प्रशिक्षण में किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई थी। प्रशिक्षण में एसएमसी सदस्य ने सिर्फ हस्ताक्षर करने के लिए बुलाने की बात कही।
प्रधानाचार्य रामसिंह चौहान से समस्त जानकारी ली गई। इसी प्रकार आदर्श राउमावि बड़ौदा में शैक्षणिक स्थिति के अवलोकन खराब मिली। एडीपीसी गोवर्धनलाल यादव ने बताया कि पदस्थापन का रिकॉर्ड अधूरा था।
अध्यापक योजना डायरी का अधूरी थी। इस बारे में शिक्षक ने अनभिज्ञता जाहिर की। बच्चों के पोर्ट फोलियो अधूरे थे। बच्चों के गृहकार्य जांच में सुधारात्मक टिप्पणी की कमी थी।
हिन्दी के प्राध्यापक नारायणलाल वर्मा ने कक्षा सातवीं के हिन्दी कॉपियों में कई गलती थी। वहीं एसएमसी प्रशिक्षण में 36 सदस्यों में से सिर्फ 8 सदस्य उपस्थित थे। समस्त रिपोर्ट डीईओ प्रारंभिक और माध्यमिक को प्रस्तुत की गई।