टोंक : असुरक्षित घोषित, फिर भी 48 जर्जर भवनों में चल रहे हैं विद्यालय
टोंक : सार्वजनिक विभाग की ओर से असुरक्षित घोषित करने के बावजूद टोंक के करीब 50 सरकारी स्कूल जर्जर भवनों में चल रहे हैं। इससे हजारों मासूम हादसों के साये के बीच पढऩे को मजबूर हैं। शिक्षा-विभाग की अनदेखी के चलते 48 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अध्यनरत नौनिहालों की जान पर हर पल खतरा मण्डरा रहा है।
इनमें से किसी भवन की पट्टियां दरकी है तो किसी के खिड़की-दरवाजे ही नहीं है। अधिकतर की दीवारें जीर्ण-शीर्ण होने से ऐसे जर्जर भवनों के गिरने का अंदेशा बना हुआ है। किसी भी अप्रिय घटना से बचाव के लिए तुरन्त खाली करने की हिदायत देने के बावजूद राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अधिकारी अनदेखी बरत रहे हैं। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से कमेटी बनाकर ऐसे भवनों को ध्वस्त करने के निर्देश के करीब 3 महीने बाद भी जिले में एक भी जर्जर भवन को गिराया नहीं गया है। ऐसे विद्यालयों के पास पर्याप्त भूमि भी है, लेकिन इनके लिए नए कक्ष बनाने के करीब 30 करोड़ रुपए के प्रस्ताव ठण्डे बस्ते में पड़े हैं।
ये भवन हैं जर्जर
जिले में टोंक ब्लॉक के 5, देवली के 10, उनियारा के 6, टोडारायसिंह के 11, मालपुरा के 3 तथा निवाई ब्लॉक के 13 विद्यालयों के 200 से अधिक कक्षा-कक्ष जर्जर अवस्था में हैं। सार्वजनिक निर्माण के सम्बन्धित अभियन्ताओं ने इन्हें मरम्मत के काबिल भी नहीं मानकर ध्वस्त करने योग्य माना है।
उनियारा ब्लॉक में उनियारा, खेलनियां, उदयपुरिया, बिलोता, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय उनियारा व पलाई के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के अधिकांश कक्षा-कक्ष जर्जर होने से मरम्मत योग्य नहीं है। टोंक ब्लॉक के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक पीपलू, लवादर, कुरेड़ा, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय गुलजार बाग टोंक, नया टीला स्कूलों के कई कमरे ध्वस्त करने लायक हैं।
वहीं निवाई ब्लॉक के जामडोली, ढाणी जुगलपुरा, बस्सी, पहाड़ी, जोधपुरिया, वनस्थली, खिडग़ी, झिलाय, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय झिलाई, हनोतिया बुजुर्ग, सीतारामपुरा, अरनिया के स्कूल भवन जान लेवा हैं। देवली ब्लॉक में भी जर्जर भवन अनजाने हादसों को आमंत्रण दे रहे हैं। इनमें कनवाड़ा, दूनी, थांवला, चन्दवाड़, चारनेट, देवली, निवारिया, कासीर, मालेड़ा, बडोली के भवन शामिल हैं।
टोडारायसिंह ब्लॉक के गोपालपुरा, पंवालिया, कल्याणपुरा जाटान, कंवरावास, भांवता, टोडारायसिंह, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय टोडारायसिंह, बासेड़ा, कुहाड़ा बुजुर्ग, थड़ोली और अलियारी के भवनों में कभी भी अप्रिय घटना हो सकती है। मालपुरा ब्लॉक के देशमा, आटोली व देशमी उच्च माध्यमिक विद्यालयों के कक्षा-कक्ष जीर्ण-शीर्ण होने के बावजूद गिराए नहीं जा रहे हैं।