नहीं होंगे तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले
प्रदेश में तृतीय श्रेणी शिक्षक तबादलों का इंतजार कर रहे 50 हजार से अधिक शिक्षकों की उम्मीद अब टूट गई है। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा का कार्यक्रम घोषित होते ही इन शिक्षकों के तबादलों से प्रतिबंध हटने का मामला लगभग ठंडे बस्ते में चला गया। अब बोर्ड और वार्षिक परीक्षा के बाद अप्रैल-मई में ही तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों से प्रतिबंध हट सकता है।
बारहवीं की बोर्ड परीक्षा 2 मार्च से और दसवीं की परीक्षा 9 मार्च से शुरू होनी है। बोर्ड परीक्षा के दौरान तृतीय श्रेणी शिक्षकों की ड्यूटी परीक्षा केंद्रों पर वीक्षक (इनविजिलेटर) के रूप में लगाई जाती है। इसकी तैयारी परीक्षा के 15 से 20 दिन पहले ही शुरू हो जाती है।
विभाग का मानना है कि शिक्षकों की परीक्षा केंद्रों पर ड्यूटी तय होने के बाद अगर तबादले किए गए तो बोर्ड को नए सिरे से वीक्षक तय करने की कवायद करनी पड़ेगी।
ऐसे में बोर्ड परीक्षा कार्य प्रभावित हो सकता है। बोर्ड परीक्षा के तुरंत बाद स्कूलों में स्थानीय परीक्षा (वार्षिक परीक्षा) भी होनी है। तबादलों से यह परीक्षा भी प्रभावित होने की संभावना है।
कई शिक्षक संगठनों ने भी सरकार से बोर्ड और वार्षिक परीक्षा के बाद मई में तबादले खोलने की मांग की थी ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित नहीं हो।
इसको देखते हुए लग रहा है कि अब सरकार अप्रैल-मई में ही तबादलों से प्रतिबंध हटा सकती है। वैसे जनवरी में सीमित समय के लिए तबादले खुलने की संभावना जताई जा रही थी।
इसको लेकर विभाग को डर है कि अगर एक बार प्रतिबंध हट गया तो शिक्षक पढ़ाई और परीक्षा कार्य छोड़ तबादलों के जुगाड़ में लग जाएंगे। इससे परेशानी खड़ी हो सकती है। इस कारण विभाग जनवरी में तबादले खोलने को तैयार नहीं है।
लंबे समय से था इंतजार
शिक्षा विभाग लंबे समय से इन शिक्षकों के तबादलों से प्रतिबंध हटाने का प्रयास कर रहा था, लेकिन मामला मुख्यमंत्री स्तर पर विचाराधीन था। मंत्रीमंडल विस्तार में शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी को पंचायतीराज विभाग के राज्यमंत्री का भी स्वतंत्र प्रभार दिए जाने से सात साल बाद शिक्षकों को तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों की उम्मीद बंधी थी। विभाग ने विधायकों से नाम लेकर सूचियां बनाने की तैयारी भी कर ली थी। अब छुट्टियों में ही तबादलों से प्रतिबंध हटने की संभावना है।