पाली : सरकारी स्कूलों में भी प्री प्राइमरी एज्युकेशन
पाली : प्रदेश के पहली से दसवीं व बारहवीं तक के माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में निजी स्कूलों की तरह प्री प्राइमरी कक्षा भी चलेगी। इसके लिए अतिरिक्त कक्षा कक्ष नहीं खोले जा रहे बल्कि इनके पास के आंगनबाड़ी केन्द्रों को विद्यालयों में शिफ्ट किया जा रहा है। रमसा के तहत प्रदेश के 13 हजार 659 विद्यालयों में से करीब 13 हजार विद्यालयों में आंगनबाड़ी केन्द्रों को शिफ्ट किया जाएगा। इन केन्द्रों पर पहले से आ रहे बच्चों का आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका व आशा सहयोगिनी ख्याल तो रखेंगी ही साथ में अध्यापक व प्रधानाचार्य भी बच्चों को पढ़ाएंगे।
शिफ्ट नहीं होंगे तो रखेंगे ख्याल
जिन आंगनबाड़ी केन्द्रों को किसी कारण से नजदीक के विद्यालयों में शिफ्ट नहीं किया जाएगा। उनकी मॉनिटरिंग भी संस्था प्रधानों को ही करनी होगी। वे बच्चों के शिक्षण के साथ अन्य सुविधाओं का ख्याल रखेंगे।
बढ़ा सकेंगे सुविधा
आंगनबाड़ी केन्द्र को शिफ्ट करने के बाद विद्यालयों के प्रधानाचार्य बच्चों के सुविधाओं का विस्तार कर सकेंगे। इसके लिए वे विद्यालय को दिए जाने वाले बजट में से राशि बचाकर बच्चों के खिलौने, शिक्षण सामग्री, लहर कक्ष की तरह खेल-खेल में पढ़ाने के उपकरण आदि खरीद सकते हैं।
यह है उद्देश्य
- विद्यार्थी एलकेजी से 10वीं व 12वीं कक्षा तक एक ही विद्यालय में अध्ययन कर सके।
- नामांकन बढ़ाने के लिए शिक्षकों को घर-घर नहीं जाना होगा। आंगनबाड़ी के बच्चों को ही पांच वर्ष उम्र होने पर कक्षा एक में प्रवेश दिया जा सकेगा।
- आंगनबाड़ी में जाने पर बच्चे के दो वर्ष तक अध्ययन नहीं करते हैं। अब स्कूल में आने से वे अध्यापक उन्हें पढ़ाएंगे। इससे शिक्षण की नींव मजबूत होगी।
- विद्यालय में पढऩे वाले बड़े भाई-बहनों के साथ बच्चा आसानी से विद्यालय आ जाएगा। अभिभावकों को भी बच्चों की चिंता नहीं रहेगी।
- आंगनबाड़ी केन्द्रों की मॉनिटरिंग प्रधानाचार्य करेंगे। इससे केन्द्र बंद रहने व वहां सुविधा नहीं मिलने के साथ पोषाहार आदि की समस्या भी नहीं रहेगी।
जिले के 457 विद्यालयों में चलेगी प्री प्राइमरी कक्षा
पाली जिले में कुल 458 माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय है। इनमें से महज देसूरी का एक विद्यालय कक्षा 6 से 12वीं तक का है। एेसे में जिले के 457 विद्यालयों में यह प्री प्राइमरी कक्षा चलेगी। जिले के बाली ब्लॉक के 58, देसूरी के 35, जैतारण के 51, मारवाड़ जंक्शन के 57, पाली के 40, रायपुर के 44, रानी के 43, रोहट के 32, सोजत के 53 व सुमेरपुर के 44 विद्यालयों में यह प्री प्राइमरी एज्युकेशन कक्षा चलेगी।
रमसा के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों को शिफ्ट करना शुरू करवा दिया गया है। हालांकि आंगनबाड़ी केन्द्रों को पहले से विद्यालयों में शिफ्ट किया जा रहा है, लेकिन अब मॉनिटरिंग प्रधानाचार्य करेंगे। संस्था प्रधानों को बच्चों के साथ बैठने और अध्यापकों को पढ़ाने के लिए कह दिया गया है।
कैलाशचन्द्र गुप्ता, उपनिदेशक, रमसा