प्रार्थना सभा में बच्‍चे जानेंगे भारतीय संविधान

original copy of indian constitution

बीकानेर। भारत देश के निर्माण के आधार संविधान के बारे में अब स्‍कूली बच्‍चों को नियमित जानकारी दी जाएगी। शिक्षा राज्‍य मंत्री गोविन्‍द सिंह डोटासरा ने बताया कि स्‍कूल में प्रार्थना सभा के दौरान विद्यार्थियों को भारतीय संविधान के बारे में बताया जाएगा।

इससे पूर्व महाराष्‍ट्र में प्राथमिक शिक्षा से जुड़े विद्यालयों में प्रार्थना सभा में सभी बच्‍चों को संविधान की जानकारी देना और प्रस्‍तावना का वाचन करना अनिवार्य किया जा चुका है। इसी फार्मूले को अब राजस्‍थान में लागू किया जा रहा है। डोटासरा ने कहा कि संविधान की प्रस्तावना को विद्यालयों में प्रार्थना सभा के समय प्रतिदिन वाचन करने को लागू करने का उद्देश्य यही है कि देश की नयी पीढ़ी, हमारे विद्यार्थियों में राष्ट्रीय एकता, अखण्डता, सभी धर्मों के आदर की संविधान की भावना सदा कायम रहे।

उन्‍होंने कहा कि राष्ट्र में जिस तरह का माहौल बनाया जा रहा है, उसमें हमारे संविधान निर्माण की प्रस्तावना और भावों के प्रसार से ही हम देश में परस्पर सद्भाव, एकता, अखण्डता को कायम रख सकते हैं। हम चाहते हैं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में दूसरे स्थान पर रहने वाला हमारा प्रदेश सभी के सहयोग से एक नंबर पर आए. उन्होंने इसके लिए स्वैच्छिक संस्थाओं से सहयोग का आह्वान किया।

गौरतलब है कि राजस्थान के हिण्डौन उपखंड क्षेत्र के विद्यालयों में यह नियम एक वर्ष पहले ही लागू कर दिया गया। जिसके तहत क्षेत्र के 267 सरकारी विद्यालयों में प्रत्येक दिन पांच मिनट संविधान का पाठ पढ़ाया जाता है। हिण्डौन ब्लॉक के प्रत्येक सरकारी विद्यालयों में प्रार्थना सभा के बाद छात्र-छात्राओं को संविधान का उद्देश्य एवं विशेषताओं के बारे में जानकारी दी जाती है। इसके लिए पांच मिनट का समय भी निधारित किया हुआ है।

इतना ही नहीं विद्यालयों में हर सप्ताह संविधान आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती हैं। उल्लेखनीय है कि 21 जनवरी 2019 को उपखंड कार्यालय में हुई ब्लॉक स्तरीय निष्पादन समिति की बैठक में तत्कालीन एसडीओ सुरेश कुमार बुनकर ने यह आदेश जारी किए थे। इस पर समग्र शिक्षा अभियान के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कैलाशचंद मीणा ने क्षेत्र के 267 राप्रावि, राउप्रावि, रामावि व राउमावि के संस्था प्रधानों को आदेशों की पालना सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए थे। इसके तहत संस्था प्रधान स्वयं विद्यालयों में संविधान का पाठ पढ़ाते हैं।