बदलेगा 10वीं व 12वीं का पाठ्यक्रम
माध्यमिक शिक्षा की स्कूलों में अगले शिक्षण सत्र में कक्षा 10 वी एवं 12 वीं का पाठ्यक्रम बदल जाएगा। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने इसके लिए सरकारी स्कूलों में नि:शुल्क पाठय पुस्तकें वितरित करने के लिए कितनी पुस्तकों की जरूरत होगी, इसका विवरण जुटाना शुरू कर दिया है।
शिक्षण सत्र 2017-18 में राज्य में कक्षा 10 व 12 की सभी पाठयपुस्तकें बदल रही हैं। इसके अलावा सरकार द्वारा कक्षा 11 की कुछ विषयों की पुस्तकें भी बदलने की पूरी तैयारी कर ली गई है। इस शिक्षण सत्र में भी कक्षा 1 से 8 तथा कक्षा 9 की सभी पाठयपुस्तकें राज्य सरकार द्वार बदली जा चुकी हैं।
इसके अलावा कक्षा 11 की कुछ विषयों की पुस्तकें भी बदली जा चुकी हैं। इस सत्र में कक्षा 10 व 12 का कोर्स नहीं बदला गया था, अब सरकार ने अगले शिक्षण सत्र से बोर्ड की कक्षा 10 व 12 वीं की सभी पुस्तकें बदलने की तैयारी कर ली है। इसके अलावा कक्षा 11 की कुछ विषय की पाठयपुस्तकें भी बदलेंगी।
शिक्षा निदेशक बीएल स्वर्णकार ने हाल ही में सभी उप निदेशकों व जिला शिक्षा अधिकारियों को अपने मण्डल व जिले की अनुमानित पुस्तकों की संख्या भिजवाने के निर्देश दिए हैं। निर्देशों में कहा गया है कि डिमाण्ड सही आकलन करके भिजवाई जाए। अन्यथा अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
राज्य सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को नि:शुल्क पाठय पुस्तकें वितरित की जाती हैं। नि:शुल्क पाठ़यपुस्तक वितरण योजना के तहत कक्षा 9 से 12 तक अध्ययन करने वाली सभी छात्राओं, अनुसूचित जाति व जनजाति के छात्रों तथा एेसे छात्र जिनके माता-पिता आयकरदाता नहीं हैं
उनको सरकारी स्कूलों में नि:शुल्क पाठयपुस्तकें वितरित की जाती हैं। पाठ़य पुस्तकों की कमी नहीं रहे, इसके लिए शिक्षा विभाग ने शिक्षण सत्र 2017-18 के शुरू होने के करीब पांच माह पहले ही इनकी अनुमानित डिमाण्ड तैयार करनी शुरू कर दी है।
शिक्षा विभाग ने बाकायदा कक्षा 9 वीं से 12 वीं तक की नि:शुल्क पाठयपुस्तकों की मांग के लिए मण्डलवार कार्यक्रम तय किया है।
नि:शुल्क पाठयपुस्तकों के जिला प्रभारी अधिकारियों को अपनी मांग निदेशालय में उपनिदेशक (समाज शिक्षा) को देनी होगी। संस्था प्रधानों को इन कक्षाओं में सत्र 2016-17 में नामांकित विद्यार्थियों की संख्या में 10 प्रतिशत बढ़ोतरी कर डिमाण्ड भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
नि:शुल्क पाठयपुस्तकों की मांग देने का यह रहेगा कार्यक्रम
23 को नवंबर अजमेर, जयपुर व चूरू मण्डल के सभी जिलों के नि:शुल्क पाठयपुस्तक वितरण प्रभारियों को, 24 नवंबर को कोटा, बीकानेर व उदयपुर मंडल के जिला प्रभारी, 25 नवंबर को जोधपुर पाली व भरतपुर जिलों के, तथा 26 नवंबर को संस्कृत शिक्षा विभाग के अधिकारियों को अपनी मांग निर्धारित प्रारूप में लाने को कहा गया है। विभाग द्वारा मण्डल व जिलों से प्राप्त मांग के अनुसार ही राजस्थान पाठ़यपुस्तक मण्डल को नि:शुल्क पाठ़यपुस्तकों की मांग भेजी जाएगी।