
ब्रिक्स शिक्षा मंत्रियों की नई दिल्ली घोषणा
नई दिल्ली में ब्रिक्स शिक्षा मंत्रियों की चौथी बैठक में मंजूर की गई शिक्षा संबंधी नई दिल्ली घोषणा का पाठ इस प्रकार हैः-
हम, ब्रिक्स के शिक्षा मंत्री और ब्राजील संघीय गणराज्य, चीन पीपल्स रिपब्लिक, भारतीय गणराज्य और रूसी परिसंघ तथा दक्षिण अफ्रीका गणराज्य के निर्दिष्ट प्रतिनिधि घोषणा करते हैं कि, 30 सितम्बर, 2016 को भारत गणराज्य की राजधानी नई दिल्ली में हमारी बैठक हुई, जिसमें शिक्षा के क्षेत्र में आपसी हित के विषयों में समन्वय एवं विचार विमर्श तथा भविष्य में सहयोग के लिए फ्रेमवर्क विकसित करने पर विचार किया गया। इससे पहले 18 नवम्बर, 2015 को रूसी परिसंघ की अध्यक्षता में ब्रिक्स शिक्षा मंत्रियों की बैठक में भी विचार विमर्श किया गया था और मास्को घोषणा जारी की गई थी।
एसडीजी-4 के प्रति समर्पित और ‘स्थाई विकास के लिए 2030 कार्यसूची’ और ‘अमल के लिए शिक्षा 2030 फ्रेमवर्क’, जो शिक्षा 2030 कार्यसूची के कार्यान्वयन के लिए समग्र मार्गदर्शक फ्रेमवर्क प्रदान करता है, के प्रति समर्पित होते हुए, सदस्य देशों के बीच गहन सहयोग सुनिश्चित करते हुए एतद द्वारा घोषणा करते हैं कि –
1. हम एसडीजी-4, जिनका लक्ष्य ‘‘समावेशी और समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना और सभी के लिए जीवन पर्यंत शिक्षण के अवसर प्रोत्साहित करना’’ और ‘अमल के लिए शिक्षा 2030 फ्रेमवर्क’, जो शिक्षा 2030 कार्यसूची के कार्यान्वयन के लिए समग्र मार्गदर्शक फ्रेमवर्क प्रदान करता है, के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं।
2. एसडीजी-4 के क्षेत्र के अंतर्गत राष्ट्र विषयक लक्ष्य तय करने के लिए कार्य करेंगे और पिछले अनुभवों और उपलब्धियों को ध्यान में रखते हुए शिक्षा के क्षेत्र में उभरती हुई राष्ट्रीय विकास प्राथमिकताओं, उपलब्ध संसाधनों और संस्थागत क्षमताओं के अनुसार एसडीजी-4 और समनुरूप लक्ष्य हासिल करने के लिए कार्य करेंगे। इसके लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा सितम्बर, 2016 में स्वीकार किए गए संकेतकों का इस्तेमाल किया जाएगा।
3. हम इस बात की आवश्यकता की पुष्टि करते हैं कि माध्यमिक और उच्चतर शिक्षा, तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा तथा प्रशिक्षण और जीवन पर्यंत सभी के लिए शिक्षण के अवसरों सहित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक समान सार्वभौम पहुंच की आवश्यकता है।
4. शिक्षा अनुसंधान और नवाचार में सहयोग के बारे में ब्रिक्स देशों में उपलब्ध उत्कृष्ट पद्धतियों को ब्रिक्स नेटवर्क यूनिवर्सिटी के जरिए साझा करेंगे।
5. ब्रिक्स के वर्तमान अध्यक्ष राष्ट्र ने ब्रिक्स नेटवर्क यूनिवर्सिटी का एक वार्षिक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
6. ब्रिक्स यूनिवर्सिटी लीग में और विश्वविद्यालयों को भागीदारी करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
7. युवाओं और वयस्कों द्वारा कौशल एवं सक्षमताएं ग्रहण करने की सुविधाएं प्रदान करने के लिए तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा तथा कौशल विकास कार्यक्रमों का विस्तार करेंगे।
8. राष्ट्रीय रिपोर्ट तैयार करने, ब्रिक्स सदस्य देशों में प्रशिक्षित कार्मिकों की मांग और आपूर्ति के संबंध में अनुभवों को साझा करने, टीवीईटी कार्यक्रमों की डिजाइनिंग के लिए उद्योग/नियोक्ताओं के साथ विचार विमर्श के जरिए कौशल अंतराल का अध्ययन करने और टीवीईटी उपायों के परिणाम का मूल्यांकन करने तथा नीतिगत उपाय सुझाने के लिए ब्रिक्स टीवीईटी कार्य समूह के भीतर सुदृढ़ समन्वय स्थापित करेंगे।
9. शिक्षा तक पहुंच में सुधार लाने, शिक्षण-प्रशिक्षण प्रक्रिया की गुणवत्ता बढ़ाने, शिक्षक विकास और शैक्षिक आयोजना और प्रबंधन में सुधार के लिए सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करेंगे।
10. प्रत्येक राष्ट्र में एक नोडल संस्थान की पहचान की जाएगी और आईसीटी नीतियों, मुक्त शिक्षा संसाधनों तथा अन्य ई-संसाधनों, ई-पुस्तकालयों सहित ब्रिक्स सदस्य देशों के बीच आईसीटी नीतियां साझा करने के लिए संस्थागत नेटवर्क कायम किया जाएगा।
11. उच्च शिक्षा प्रणालियों, अनुमोदन और जांच प्रक्रियाओं, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के बारे में जानकारी साझा करेंगे।
12. विद्यार्थियों और शिक्षकों की गतिशीलता को बढ़ावा देने और शिक्षकों के आदान प्रदान को प्रोत्साहित करेंगे।
13. ब्रिक्स देशों के बीच अन्य ब्रिक्स उपायों के सहयोग से अनुसंधान और ज्ञान हस्तांतरण को बढ़ावा देने के लिए एक सक्षम फ्रेमवर्क विकसित करेंगे।
14. ब्रिक्स-एनयू में भाग लेने वाले विश्वविद्यालयों की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करेंगे।
ब्राजील संघीय गणराज्य, चीन पीपल्स रिपब्लिक, रूसी परिसंघ तथा दक्षिण अफ्रीका गणराज्य के प्रतिनिधियों ने ब्रिक्स के शिक्षा मंत्रियों की चौथी बैठक के आयोजन के लिए भारत का आभार व्यक्त किया।