वार्डन पर प्रताड़ना का आरोप, भूखी छात्राओं ने तोड़ा छात्रावास का ताला
अवलेश्वर प्रतापगढ़। राजकीय जनजाति बालिका छात्रावास अवलेश्वर की छात्राओं ने वार्डन पर मानसिक प्रताड़ना, समय पर भोजन नहीं देने और छात्रावास में निवास नहीं करने के आरोप लगाए। इसकी शिकायत एसएमसी की समिति सदस्यों से की। इस पर ग्रामीण और एसएमसी सदस्य छात्रावास पहुंचे और सारी जानकारी ली।
उसके बाद सदस्य प्रतापगढ़ पहुंचकर इसकी शिकायत टीएडीए विभाग के उप जिला शिक्षा अधिकारी भैरुलाल मीणा से कर वार्डन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। शिकायत में छात्राओं ने बताया कि 12 से 13 नवंबर दोपहर 3.30 बजे तक वार्डन ललिता मीणा के छात्रावास में उपस्थित नहीं रहने से और चौकीदार के भी नहीं रहने से छात्रावास पर ताला लगा हुआ था, जिससे सभी छात्राओं को परेशानी हुई। बिना खाना खाए सभी छात्राएं स्कूल लौट गईं। स्कूल की छुट्टी होने पर सभी छात्राओं ने गेट का ताला तोड़कर छात्रावास में घुसी।
जब वार्डन ललिता मीणा लौटी तो सभी छात्राओं को एक साथ एकत्रित कर ताला तोड़ने पर खूब प्रताड़ित किया और कहा कि एक दिन खाना नहीं मिला तो मर नहीं जाएंगी। कहां, ताला किसने तोड़ा और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। छात्रावास में कोचिंग देने आने वाले अध्यापकों ने भी वार्डन के अभद्र व्यवहार से पढ़ाने आना छोड़ दिया है। खाने के सामग्री भी पूरी नहीं दी जाती है। छात्रा कृष्णा मीणा ने बताया कि उनके पिता बड़ीसाखथली में छात्रावास में चौकीदार थे तब चोरी हुई उसको लेकर वार्डन मेडम अक्सर कहती तुम्हारे पिता ने ही चोरी कराई होगी। ऐसा कहकर मानसिक प्रताड़ना देती है। छात्राओं ने वार्डन का स्थानांतरण करने और चौकीदार लगाने की मांग की है।
छात्राओं की शिकायत पर टीएडीए विभाग में की शिकायत
एसएमसी सदस्य शंकरलाल गायरी, हरिसिंह राव, अमृत राम रैदास ने बताया कि स्कूल में साइकिल वितरण के दौरान छात्राओं ने शिकायत की थी उन्हें साइकिल हॉस्टल में नहीं रखने देंगे वार्डन द्वारा हमें मानसिक रूप से प्रताडि़त करेगी। छात्राओं की शिकायत पर हॉस्टल जाकर अन्य छात्राओं से जांच कर इसकी शिकायत टीएडीए के उप जिला शिक्षा अधिकारी से की। वार्डन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी।
शिक्षक छात्राओं को भ्रमित कर शिकायत करवा रहे
छात्रावास में कोचिंग दे रहे शिक्षक बिना पढ़ाए हस्ताक्षर कर चले जाते थे। उनको छात्रावास में पढ़ाने को पाबंद करने के लिए प्रधानाचार्य से शिकायत की थी। शिक्षकों ने छात्राओं को भ्रमित कर मेरे खिलाफ मिथ्या आरोप लगाने के लिए प्रेरित किया। मुझे छात्रावास में ज्वाइन किए अभी 8 दिन ही हुए हैं। सारी व्यवस्थाएं पूर्व की तरह ही व्यवस्थित चल रही हैं। छात्रावास की बालिकाओं सभी समस्याओं का निवारण किया जाएगा।
– ललिता मीणा, वार्डन जनजाति बालिका छात्रावास अवलेश्वर
ग्रामीणों और एसएमसी सदस्यों की शिकायत पर मंगलवार को अवलेश्वर बालिका छात्रावास का निरीक्षण कर वार्डन और छात्राओं से वार्ता कर समझाइश की। छात्रावास वार्डन को हॉस्टल में ही रहने और छात्राओं की शिकायत का समय पर निस्तारण करने के निर्देश दिए।
– भैरूलालमीणा, उप जिला शिक्षा अधिकारी टीएडीए विभाग प्रतापगढ़