स्कूलों में सामाजिक विज्ञान के शिक्षक अब पढ़ाएंगे हिंदी
सरकारी स्कूलों में हिंदी के शिक्षकों का पद खत्म कर दिया है। अब सामाजिक विज्ञान के टीचर ही हिंदी पढ़ाएंगे। यानी उन्हें सामाजिक विज्ञान तो पढ़ाना ही होगी। साथ ही हिंदी भी पढ़ाना होगी। इसका असर जिले के 2500 स्कूलों में होगा और यहां हिंदी के शिक्षकों का पद नहीं रहेगा।
प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में हिंदी पढ़ाने के लिए अब तक शिक्षकों की भर्ती होती थी। लेकिन स्कूली शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किए हैं। इसके अनुसार स्कूलों में अब हिंदी के शिक्षकों की भर्ती नहीं होगी। अब सामाजिक विज्ञान के टीचरों को हिंदी पढ़ाने की जिम्मेदारी निभाना होगी। उन्हें हिंदी भी पढ़ाना होगी।
ये है स्कूली शिक्षा विभाग का आदेश
स्कूली शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी किया है। इसमें प्राथमिक में दो शिक्षक और माध्यमिक में तीन शिक्षक रहेंगे। प्राथमिक को छोड़कर माध्यमिक में हिंदी भाषा के शिक्षक का पद खत्म कर दिया है। माध्यमिक शाला में पहला शिक्षक गणित या विज्ञान का होगा, दूसरा भाषा का और तीसरा शिक्षक सामाजिक विज्ञान का होगा। अंग्रेजी भाषा का शिक्षक स्कूलों में पदस्थ रहेगा। यह 125 बच्चों तक के स्कूलों के लिए है। अगर बच्चों की संख्या बढ़ती है तो चौथा शिक्षक संस्कृत विषय का पदस्थ किया जाएगा। इसी प्रकार और संख्या बढ़ने पर पांचवां शिक्षक विज्ञान एवं छठवां शिक्षक सामाजिक विज्ञान का होगा। इसे ही हिंदी पढ़ाना होगी।