स्कॉलरशिप की राह बनाएं आसान : हर जिले में बनेंगे Steroid Side Effects for Allergy Treatment ukroids247 purdue pharma seeks to dismiss oxy lawsuit by washington city | the fix हैल्प डेस्क Help desk for scholarship
बीकानेर। केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से भले ही छात्रों के लिए ऑनलाइन स्कॉलरशिप की व्यवस्था कर दी गई हो, लेकिन विद्यार्थियों के लिए यह राह आसान नजर नहीं आ रही है। किसी छात्र को एक बार साइन अप करने के बाद अपने लॉगइन क्रेडेंशियल नहीं मिल रहे हैं, तो कभी यूजरनेम और पासवर्ड इनवैलिड की शिकायत आ जाती है। ऐसे ही कई समस्याओं को लेकर छात्र सीधे शिक्षा निदेशालय में संपर्क कर रहे हैं। इस समस्या के समाधान के लिए निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में छात्रों की सहायता के लिए हैल्प डेस्क गठित करने के निर्देश जारी किए हैं।
नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर जो प्रमुख समस्याएं आ रही हैं, उनमें कई जिलों में बने नए ब्लॉक के नाम पोर्टल पर अपडेट नहीं होना, कई विद्यालयों के नाम नहीं मिलना, राज्य का चयन करने के बाद जिले के चयन के लिए ड्रॉपडाउन लिस्ट का नहीं खुलना, विद्यालय स्तर तक पोर्टल खुल जाए, तो कक्षा प्रदर्शित नहीं करता, कई विद्यालयों के ब्लॉक भी गलत भरे हुए हैं। फार्म सबमिट करने के बाद प्रिंट का ऑप्शन भी कई बार नहीं खुलता।
हालांकि अधिकांश समस्याएं पोर्टल की तकनीकी समस्याएं हैं, इनके कारण छात्र समय पर छात्रवृत्ति के लिए आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। इन समस्याओं के समाधान के लिए नेशनल एज्युकेशन पोर्टल को राज्य के शिक्षा विभाग की ओर से सूचित किया जाएगा। ऐसे में हर जिले की हैल्प डेस्क छात्रों की समस्याएं सुनेंगी, अगर उनका जिला स्तर पर निराकरण संभव हो पाता है, तो उनका निराकरण किया जाएगा, अन्यथा समस्या को राज्य निदेशालय को भेजा जाएगा। जिन तकनीकी कारणों से नेशनल एज्युकेशन पोर्टल पर समस्या आ रही है, उनके बारे में पोर्टल मैनेजमेंट को सूचित किया जाएगा, ताकि ऑनलाइन आवेदन सुचारू रूप से काम कर सके।
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के छापवृत्ति एवं प्रोत्साहन प्रकोष्ठ के प्रभारी अधिकारी ने जारी किए गए निर्देशों में बताया है कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में आई शिकायतों को प्रतिदिन नियमित रूप से helpdesk@nsp,gov.in अथवा dse.scholarship1@gmail.com पर भेजा जाए।
सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को हैल्प डेस्क स्थापित करने के साथ ही क्षेत्र के सभी विद्यालयों हैल्पडेस्क के दूरभाष, मोबाइल नम्बर तथा ईमेल एड्रेस की सूचना भेजनी होगी। इसके साथ ही हैल्पडेस्क पर लगाए गए कार्मिकों की सूची, उनके मोबाइल नम्बर तथा ईमेल पते माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के छात्रवृत्ति प्रकोष्ठ को भेजने होंगे। हैल्पडेस्क पर आए छात्रों एवं संस्था प्रधानों की समस्याओं की सूचनाओं का नियमित संधारण भी किया जाना सुनिश्चित किया जाएगा।