चिकित्सा एवं विज्ञान विषय के पुस्‍तक लेखक होंगे सम्मानित

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चिकित्सा एवं विज्ञान विषय के पुस्‍तक लेखक होंगे सम्मानित

जयपुर : शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा है कि आगामी वर्ष से प्रदेश में हिन्दी में चिकित्सा एवं विज्ञान विषय पर मौलिक पुस्तकें लिखने वाले लेखकों को भाषा एवं पुस्तकालय विभाग द्वारा सर्वश्रेष्ठ लेखक के रूप में सम्मानित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों के 10 या इससे अधिक विद्यार्थियों के हिन्दी में शत-प्रतिशत अंक आएंगे, उन विद्यार्थियों के साथ ऎसे विद्यार्थियों के शिक्षकों को भी आगामी वर्ष से राज्य सरकार द्वारा सम्मानित किया जाएगा। प्रो. देवनानी बुधवार को यहां जवाहर कला केन्द्र में राज्य स्तरीय हिन्दी दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से राष्ट्रध्वज और राष्ट्रगान का हम सम्मान करते हैं, उसी तरह देश में हिन्दी का सम्मान सभी करें। उन्होंने हिन्दी में यांत्रिकी, चिकित्सा एवं विज्ञान आदि विषयों में लेखन पर भी जोर दिया। भारतीय संस्कृति में भास्कराचार्य, आर्यभट्ट, चरक आदि विद्वानों ने यांत्रिकी, चिकित्सा एवं विज्ञान पर महत्वपूर्ण कार्य किया है। उन पर लिखे गए संस्कृत साहित्य को हिन्दी में लाए जाने की जरूरत है।

उन्होंने हिन्दी को ज्ञान-विज्ञान और कला की मौलिक भाषा बताते हुए इसके विकास में सभी को योगदान देने का आह्वान किया। शिक्षा राज्यमंत्री ने हिन्दी को जन-जन की भाषा बताते हुए कहा कि अंग्रेजी का ज्ञान बुरा नहीं है, परन्तु हमें इस बात को नहीं भूलना चाहिए कि आत्मीयता की मीठास हिन्दी भाषा में ही है।

उन्होंने पूर्व विदेश मंत्री और बाद में देश के प्रधानमंत्री रहे श्री अटलबिहारी वाजपेयी द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ में हिन्दी में दिए संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि हम सभी को उन्होंने जो गौरव राष्ट्रभाषा में बोल कर दिया, उसे महसूस करने की जरूरत है। उन्हाेंने कहा कि हिन्दी जीवंत भाषा है। संस्कृति की धरोहर और लोगों को जोड़ने वाली विश्व में दूसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हिन्दी है।

प्रो. देवनानी ने हिन्दी की वैज्ञानिक लिपि की विशेषताएं बताते हुए इस भाषा को धर्म, दर्शन, ज्ञान, और कला की सर्वाधिक सम्पन्न भाषा के रूप में स्थापित किए जाने के लिए भी लेखकों का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई स्व भाषा हिन्दी से ही लड़ी गई। स्वदेशी पर गर्व हिन्दी से ही हो सकता है।

उन्होंने विज्ञापन के लिए विदेशी कम्पनियों की हिन्दी निर्भरता की चर्चा करते हुए कहा कि बगैर हिन्दी के वैश्विक बाजार नहीं चल सकता। इसलिए हम अपनी भाषा के गौरव को पहचानें और इसी में अपने आपको अभिव्यक्त करें।

स्टेट ओपन स्कूल की वेबसाईट का लोकार्पण

शिक्षा राज्यमंत्री ने राज्य स्तरीय हिन्दी दिवस समारोह में राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल की वेबसाईट को लोकार्पण किया। उन्हाेंने कहा कि अब स्टेट ओपन स्कूल के परीक्षा फॉर्म बुधवार से ऑनलाईन भी भरे जा सकेंगे।

भाषा परिचय पत्रिका के हिन्दी दिवस विशेषांक का लोकार्पण

समारोह में प्रो. देवनानी ने भाषा एवं पुस्तकालय विभाग द्वारा प्रकाशित पत्रिका भाषा परिचय के हिन्दी दिवस विशेषांक का भी लोकार्पण किया। पत्रिका की संपादक एवं भाषा विभाग की उप निदेशक डॉ. ममता शर्मा ने बताया कि हिन्दी भाषा के विकास एवं गौरव के विभिन्न आयामों पर देशभर के विख्यात हिन्दी लेखकों ने पत्रिका के इस विशेषांक में लेखन किया है।

उन्होेंने बताया कि पत्रिका में जयपुर में हिन्दी के रियासतकालीन परिदृश्य, हिन्दी के विकास में विदेशी साहित्यकारों के योगदान, भारतेन्दु हरिशचन्द्र संस्कार और ज्ञान-विज्ञान की भाषा हिन्दी, तीसरी विश्व भाषा हिन्दी, सूचना प्रौद्योगिकी युग में राजभाषा, भाषा और समाज जैसे महत्वपूर्ण आलेख प्रकाशित किए गए है।

हिन्दी विषय में सर्वाधिक अंक पाने वाले विद्यार्थी सम्मानित

शिक्षा राज्य मंत्री ने समारोह में बोर्ड परीक्षा-2016 में सैकण्डरी एवं सीनियर सैकण्डरी में हिन्दी विषय में सर्वाधिक अंक पाने वाले 64 विद्यार्थियों को सम्मानित किया। इस मौके पर हिन्दी टंकण में बेहतरीन कार्य करने वाले राजेश कुमार शर्मा को भी शिक्षा मंत्री ने सम्मानित किया।