पेट के कीड़ों की दवा बच्‍चों को स्‍कूल में मिलेेगी

shivira shiksha vibhag rajasthan December 2016 shiksha.rajasthan.gov.in district news DPC, RajRMSA, RajShiksha Order, rajshiksha.gov.in, shiksha.rajasthan.gov.in, अजमेर, अलवर, उदयपुर, करौली, कोटा, गंगानगर, चित्तौड़गढ़, चुरू, जयपुर, जालोर, जैसलमेर, जोधपुर, झालावाड़, झुंझुनू, टोंक, डीपीसी, डूंगरपुर, दौसा, धौलपुर, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, प्राइमरी एज्‍युकेशन, प्राथमिक शिक्षा, बाड़मेर, बारां, बांसवाड़ा, बीकानेर, बीकानेर Karyalaye Nirdeshak Madhyamik Shiksha Rajisthan Bikaner, बूंदी, भरतपुर, भीलवाड़ा, माध्‍यमिक शिक्षा, मिडल एज्‍युकेशन, राजसमन्द, शिक्षकों की भूमिका, शिक्षा निदेशालय, शिक्षा में बदलाव, शिक्षा में सुधार, शिक्षा विभाग राजस्‍थान, सरकार की भूमिका, सवाई माधोपुर, सिरोही, सीकर, हनुमानगढ़

पेट के कीड़ों की दवा बच्‍चों को स्‍कूल में मिलेेगी

राजस्थान में 2 करोड़ से ज्यादा बच्चे पीएंगे ‘एंथेलमिंटिक’, यहां 1 लाख से ज्यादा स्कूल होंगे शामिल

राजस्थान में आगामी राष्ट्रीय कृमि दिवस पर इस बार अंडर 1-19 ईयर के 2 करोड़ से ज्यादा बच्चों को कृमि नाशक (पेट के कीड़ों की दवा) पिलाई जाएगी। इस मर्तबा बडे पैमाने पर दवा के साथ ही हजारों स्कूलों के लिए व्यवस्था की जा रही हैं।

क्लाईमेट चेंज व बच्चों की सेहत को देखते हुए एंथेलमिंटिक मेडिसन देना जरूरी होता है। 10 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि दिवस के मौके पर राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन के माध्यम से कृमि नाशक दवा अधिकाधिक बच्चों तक पहुंचाई जाएगी।

नि:शुल्क मिलेंगी टेबलेट

विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों को पेट में कीड़े मारने वाली एवलेंडाजॉल टेबलेट नि:शुल्क खिलाई जाती है। यह बच्चों को पेट संबंधी गंभीर विकारों सहित संक्रमण रहित करने में मदद करती है।

शिक्षा, स्वास्थ्य, जल, महिला, पंचायती राज, मदरसा बोर्ड व बाल विकास विभाग सहित युनिसेफ, एवीडेंस एक्शन, एनसीसी, स्काउट-गाइड, नेहरू युवा केन्द्र एवं प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन आदि संस्थानों का सहयोग रहेगा। सरकारी स्कूल में जाने वाले और स्कूल नहीं जाने वाले बच्चे शामिल होंगे।

1 लाख से ज्यादा स्कूल होंगे शामिल

74 हजार सरकारी एवं 35 हजार निजी स्कूलों सहित 61119 आंगनबाडि़यों व 3115 मदरसों के विद्यार्थियों को दवा देने की व्यवस्था की जा रही है। स्कूल नहीं जाने वाले 19 वर्ष तक अधिक से बच्चों को भी कृमि नियंत्रक दवा दी जाएगी।
नेहरू युवा केन्द्र के स्वैच्छिक कार्यकता, स्काउट-गाइड एवं एनसीसी कैडेट्स से स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों को दवा देने में सहयोग लिया जाएगा।