111 युवाओं को मिली नौकरी, नई कट ऑफ में बाहर होने से 350 शिक्षक चिंता में
चित्तौड़गढ़। तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती 2013 के 111 अभ्यर्थियों को चार साल इंतजार के बाद मंगलवार को नौकरी मिल गई। इसमें से 82 प्रथम लेवल होने से उनको उप्रावि में लगाया गया। दूसरी ओर पहले से नौकरी कर रहे करीब 350 अध्यापक नई कट आॅफ में बाहर होने से चिंता में है।
गहलोत सरकार ने जिला परिषदों से 2012 2013 में तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती कराई थी। गत दिनों 2013 भर्ती के रिवाइज परिणाम और नई कट आॅफ के बाद जिले में 111 अभ्यर्थियों को नौकरी मिली। ये कोर्ट तो कभी जिला परिषदों के चक्कर काट रहे थे। इनमें ज्यादातर इसी जिले महिलाएं हंै। प्रथम लेवल में 29 और सैकंड लेवल में 82 अभ्यर्थियों की आॅनलाइन काउसंलिंग के बाद ब्लाॅक और स्कूल आबंटित कर दिए। अभी दो साल के परीवीक्षा काल में प्रति माह 13200 रुपए मिलेंगे। इसके बाद 31 हजार रुपए मिलेंगे। जिले में 339 पदों की इस भर्ती में जून 2013 में 205 अभ्यर्थियों को नौकरी दे दी थी। शेष की नियुक्ति आरटेट में 60 प्रतिशत अंक को लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में मामला पहुंचने से अटक गई थी।
सरकार के लिए नौकरी कर रहे शिक्षकों को अब बाहर करना चुनौती से कम नहीं है। इसलिए अभी कोई निर्णय नहीं कर पाई है।अंदरखाने में निर्देश हैं कि इन अभ्यर्थियों को रिक्त पदों पर समायोजित करे। विभाग ने इनका नियमितिकरण तो कर दिया, लेकिन स्थायीकरण रोक रखा है। हालांकि 2013 की भर्ती में इन सर्विस शिक्षकों की संख्या नाम मात्र की है। प्रथम लेवल में मात्र पांच शिक्षक इस दायरे में रहे हैं। दूसरी ओर मेरिट में पिछडने वाले अभ्यर्थियों का कहना है कि इन सर्विस हुए अभ्यथियों को बाहर निकालना चाहिए, ताकि रिक्त पद होने से वापस भर्ती हो तो उन्हें फिर मौका मिल सके।