1348 आंगनबाडिय़ां चलेगी स्कूल में

Education Shiksha Vibhag

निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकार ने अब कक्षा नर्सरी से पांचवी तक पढ़ाई एक छत के नीचे मिल सके इसके लिए स्कूल के 500 मीटर दायरे में आने वाली या पहले से संच

चित्तौडग़ढ़। निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकार ने अब कक्षा नर्सरी से पांचवी तक पढ़ाई एक छत के नीचे मिल सके इसके लिए स्कूल के 500 मीटर दायरे में आने वाली या पहले से संचालित आंगनबाड़ी को स्कूलों में मर्ज कर दिया है। जिले में 1348 आंगनबाडिय़ों को प्राथमिक स्कूलों में मर्ज करने के बाद शाला दर्पण पोर्टल से जोड़ा जा रहा है। पोर्टल पर जोडऩे के बाद इनके ऑनलाइन संचालन मॉनिटरिंग में भी आसानी होगी। आंगनबाड़ी मर्ज होने के बाद बच्चों को प्राथमिक शिक्षा का भी फायदा मिल सकेगा। वहीं इससे आंगनबाड़ी की गतिविधियों में सक्रियता के साथ सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। जो आंगनबाड़ी पहले से स्कूल में संचालित है वो वहीं रहेगी और स्कूल से बाहर जो 500 मीटर के दायरे में हैं, उनको स्कूल परिसर में शिफ्ट किया है।

487 को मिलेगी छत

आंगनबाडिय़ों को मर्ज करने के दौरान हैरान करने वाले आंकड़े देखने को मिले है। ४८७ आंगनबाडिय़ां बिना कक्ष के संचालित की जा रही थी। विभाग के आंकड़ों के अनुसार ११४ आंगनबाड़ी बिना कक्ष के चल रही है, वहीं ३६४ आंगनबाड़ी स्वयं के भवन में संचालित है। नौ आंगनबाड़ी केंद्र भौगोलिक अवरोध वाली जगह संचालित हो रही है। लेकिन अब मर्ज होने के बाद बच्चे एक छत के नीचे पढ़ सकेंगे।

आंगनबाड़ी नहीं होगी मर्ज

जिले की ३९७ आंगनबाडिय़ों की विद्यालयों से ५०० मीटर से अधिक दूरी होने के कारण इन्हें मर्ज नहीं किया गया है। ऐसी सबसे अधिक संख्या भैंसरोडग़ढ़ ब्लॉक में ६५, निम्बाहेड़ा में ४९, भूपालसागर व चित्तौडग़ढ में ४७ आंगनबाडिय़ां शामिल हैं।

संस्था प्रधान की होगी जिम्मेदारी

आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यकर्ताओं की उपस्थिति जांचने की जिम्मेदारी संबंधित संस्था प्रधान की होगी। संस्था प्रधान साथ ही पोषाहर की गुणवत्ता पर भी निगरानी रखेंगे। विभिन्न योजनाओं का संचालन कराना भी संस्था प्रधान के हाथ में ही होगा।

गतिविधियों में आएगी सक्रियता

आंगनबाडिय़ां मर्ज हो गई है। इससे बच्चों को प्री एजुकेशन मिल सकेगी। आंगनबाड़ी केंद्र की गतिविधियों में सक्रियता आएगी।

-राजेंद्रकुमार शर्मा, एडीपीसी एसएसए चित्तौडग़ढ़

एसडीएमसी बैठक में विषयों का चयन

राजसमंद। ग्राम पंचायत सांगठ कला के सापोल गांव में राजकीय माध्यमिक विद्यालय सापोल को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत करने पर ग्रामीणों ने शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी एवं उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी के प्रति हर्ष व्यक्त किया। विद्यालय क्रमोन्नत होने पर शनिवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सापोल में एसडीएमसी की बैठक प्रधानाचार्य रामलाल तेली की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सभी विषयों का चयन किया गया।