उदयपुर। राज्य के सरकारी स्कूलों के 3562 लेक्चरर और 136 हैड मास्टर्स को प्रिंसिपल पद पर पदोन्नत करने के लिए डीपीसी करने की कवायद शुरू हो गई है। चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से 415 लेक्चरर्स ऐसे हैं जिनका शिक्षा निदेशालय को अता-पता नहीं है। निदेशालय के पास न तो इनका एम्पलॉय कोड, आईएफएमएस आईडी है, न ही पता है कि वे किस जिले के किस स्कूल में कार्यरत हैं। निदेशालय को इसका पता फाइनल पात्रता सूची बनाते वक्त लगा। अब निदेशालय के सामने परेशानी ये है कि वह बिना रिकॉर्ड के इन लेक्चरर्स को किस आधार पर पदोन्नति में शामिल करे। जबकि 24 अप्रैल को अजमेर में लेक्चरर-एचएम की वर्ष 2018-19 की डीपीसी को लेकर विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक होनी है। मामले में माध्यमिक शिक्षा निदेशक नथमल डिडेल ने प्रदेश के सभी उपनिदेशकों को 415 लेक्चरर्स की नामजद सूची भेजते हुए इनके पदस्थापन स्थान, वर्ग, योग्यता और स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति आदि के संबंध में जानकारी मांगी है।
इसलिए रिकॉर्ड नहीं है… दूसरे विभाग में नियुक्त हो जाने के बाद भी शिक्षा विभाग से नहीं हटाया नाम
इनमें से ज्यादातर ऐसे व्याख्याता माने जा रहे हैं जो सीधी भर्ती से अन्य विभागों में नियुक्त हो चुके हैं, लेकिन उनका नाम शिक्षा विभाग की वरिष्ठता सूची में दर्ज है। यहां से उनका नाम हटाया नहीं गया। निदेशक को उपनिदेशक के मार्फत सूचना नहीं मिलती है तो इन लेक्चरर्स का नाम सूची से विलोपित कर दिया जाएगा। ताकि अपात्र डीपीसी में चयन नहीं हो।
पदोन्नति से को मिलेंगे 1800 प्रिंसिपल
वर्ष 2018-19 की डीपीसी में पदोन्नति से विभाग लगभग 1800 प्रिंसिपल मिलने की संभावना है। जिनको नव क्रमोन्नत स्कूलों में लगाया जाएगा। 1 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2019 तक रिक्त होने वाले पदों को वर्ष 2018-19 की डीपीसी में शामिल किया जाएगा। वर्तमान में शिक्षा विभाग में प्रिंसिपल के करीब 600 से ज्यादा पद रिक्त हैं। जबकि आगामी सत्र तक स्कूलों की क्रमोन्नति और प्रिंसिपल के सेवानिवृत्त होने से रिक्त पदों की संख्या बढ़ सकती है।
जानकारी जुटा रहे हैं
निदेशालय से मिली सूचना के अनुसार ऐसे लेक्चरर्स की जानकारी जुटा रहे हैं जिनका स्कूल और ब्लॉक का रिकॉर्ड नहीं है। इस संबंध में सभी संस्था प्रधानों को लेक्चरर्स के नामों की सूची भेजकर जानकारी मांगी गई है।
-नरेश डांगी, जिला शिक्षा अधिकारी
रामकृष्ण गर्ग होंगे उदयपुर के नए डीईओ
उदयपुर। राज्य सरकार ने गुरुवार को 13 जिला शिक्षा अधिकारियों के ट्रांसफर किए। उदयपुर में प्रारंभिक जिला शिक्षा अधिकारी प्रथम के करीब 6 माह से रिक्त पद पर रामकृष्ण गर्ग को नियुक्त किया है। अभी तक डीईओ द्वितीय गिरिजा वैष्णव के पास ही डीईओ प्रथम का चार्ज था।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर 20 प्रतिशत बच्चे ही आ रहे, रिकाॅर्ड में बताया 100
चित्तौड़गढ़। जिले के बड़ीसादड़ी क्षेत्र में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार वितरण में 50 लाख रुपए की अनियमितता के मामले में एसीबी ने जांच तेज कर दी है। एसीबी के एएसपी चिरंजीलाल मीणा के नेतृत्व में टीम गुरूवार को बड़ीसादड़ी क्षेत्र के भाणुजा, पिंड प्रथम, काली मंगरी, खेरमालिया और अचलपुरा के आंगनबाड़ी केंद्र पर पहुंच कर उपस्थिति की जांच की। इसमें मात्र 20 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति ही मौके पर मिली। इसके अलावा उदयपुर एसीबी की इंटेलीजेंस टीम ने भी पांच आंगनबाड़ी केंद्रों की जांच की।