8 और पंचायतों में पंचायत सहायकों की नियुक्ति को हरी झंडी, अब तीन ही बचीं

Education Shiksha Vibhag

बांसवाड़ा। जिले में महीनों से चल रही पंचायत सहायक भर्ती प्रक्रिया अब किनारे पर आई है। इनमें विवादों के चलते बची 11 में से आठ और पंचायतों में नियुक्तियों पर जिला परिषद ने मुहर लगा दी है। इससे अब केवल तीन पंचायतें रह गई हैं, जिनमें चयन को लेकर विसंगतियां बनी हुई है। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हर्ष सावनसुखा की ओर से जारी सूची के तहत चयितों में बागीदौरा पंचायत समिति की पांच पंचायतें बांसला, चौखला, बालवाड़ा, वनेलापाड़ा और मंगलिया दईड़ा, बांसवाड़ा की दो ठीकिरया और खेड़ा वड़लीपाड़ा और आनंदपुरी की रतनपुरा पंचायत शामिल है। इनमें चयनित तीन-तीन पंचायत सहायकों का अनुमोदन कर दिया गया है। जल्द ही इनके नियुक्ति पत्र ब्लॉक स्तर से जारी होंगे। गौरतलब है कि जिले की 346 पंचायतों में पहले दौर में चयन के बाद विवादों की स्थिति बनी और कोर्ट की रोक पर चयन प्रक्रिया टल गई। फिर टुकड़ों में चयन और जिला परिषद से अनुमाेदन का सिलसिला चला। इस बीच, कुछ पंचायतों के चयन को लेकर उठे गतिरोध से महीनों तक प्रक्रिया रेंगती रही और आठ पंचायतों के चयन पर अनुमोदन के बाद भी तीन पंचायतों छापरिया, ओडवाड़ा और बुड़वा की चयन प्रक्रिया अधूरी पाए जाने से लंबित रह गई हैं।

बड़ी क्लास में छोटे बच्चे तो बड़ों को छोटी कक्षाओं में दर्शा दिया

बांसवाड़ा। बच्चे की उम्र 6 साल और ऑनलाइन रिकार्ड पर 9वीं कक्षा में, 14 बरस की छात्रा और तीसरी कक्षा की बता रहे छात्रा। कुछ इसी तरह का गड़बड़झाला राज्य में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्राइवेट स्कूल पोर्टल पर सामने आया है।शैक्षिक सत्र 2017-18 में पोर्टल पर भरे डाटा को देखकर राजस्थान प्रारंभिक शिक्षा परिषद के अधिकारी भी चकित हैं। इनके विश्लेषण से मालूम हुआ कि निजी स्कूलों की ओर से विद्यार्थियों के बारे में जो सूचनाएं ऑनलाइन देते समय जन्म तिथि या कक्षा का चयन कर भरने में गंभीरता नहीं बरती जा रही। दिक्कत यह है कि गैर सरकारी स्कूल अपने बच्चों की जो भी सूचनाएं अपलोड कर रहे हैं, उसी के आधार पर डाइस की सूचनाएं भरवाई जा रही हैं। ऐसे में इन गड़बड़ियों से आगे परेशानियां आ रही हैं। इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए परिषद के अतिरिक्त आयुक्त सुरेशचंद्र ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को ऑनलाइन रिकार्ड दुरुस्त करवाने के निर्देश दिए हैं।

विद्यार्थी टेब में बताई गड़बड़ियां, स्कूलों को दोबारा करना होगा काम

बच्चों की गलत प्रविष्टियों के बारे में परिषद ने प्राइवेट स्कूल पोर्टल पर स्कूलों के लॉग इन में विद्यार्थी टेब पर देते हुए हुए जिला शिक्षा अधिकारियों को उसकी रिपोर्ट भेजी है। अब इसे स्कूलों को अपने लाॅग इन से ही बच्चों की जन्मतिथि और कक्षा की सही जांच कर अशुद्धियां दूर करनी होगी। इस कार्य की जिला शिखा अधिकारी खुद मॉनीटरिंग करेंगे और स्कूलों के रिकार्ड को भी शुद्ध करवाएंगे।