पहली से पांचवीं में अध्ययन कराने वाले शिक्षक होंगे शामिल
मई-जून में होंगे छह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण
गर्मी छुट्टियों में होगी ट्रेनिंग
बांसवाड़ा। राजकीय विद्यालयों में कक्षा पहली से पांचवीं तक में अध्यापन कराने वाले शिक्षकों को शिक्षण प्रक्रिया की नई विधा और तकनीकी से अवगत कराने शैक्षिक सत्र 2018-19 में ग्रीष्मावकाश के दौरान छह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय और राज्य सरकार के निर्देशानुसार पं. दीनदयाल उपाध्याय शिक्षक प्रशिक्षण मई-जून में होंगे। इसमें प्रदेश के कुल एक लाख 34 हजार से अधिक शिक्षक सम्मिलित होंगे। राजस्थान प्रारंभिक शिक्षा परिषद ने इन शिविरों के आयोजन का जिम्मा सर्व शिक्षा अभियान को सौंपा है। क्षमता संवद्र्धन के लिए अप्रेल में मुख्य संदर्भ व्यक्ति (केआरपी) प्रशिक्षण अप्रेल में हो चुके हैं। अब सर्व शिक्षा के माध्यम से ब्लॉक स्तर पर छह दिवसीय शिविर होंगे। पहली से पांचवीं में अध्यापन कराने वाले शिक्षकों को एसआईक्यूई के अन्तर्गत सीसीई, सीसीपी, मॉड्यूल आधारित प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें उच्च माध्यमिक से लेकर प्राथमिक विद्यालय के लेवल प्रथम के शिक्षकों को हिन्दी, अंगे्रजी, गणित और पर्यावरण विषयक प्रशिक्षण दिया जाएगा। एक शिक्षक को उसके द्वारा पढ़ाए जाने वाले दो विषयों में तीन-तीन दिन प्रशिक्षण दिया जाएगा।
बनेंगी जिला स्तरीय समिति
डाइट प्रधानाचार्य की अध्यक्षता में जिला प्रशिक्षण समिति का गठन किया जाएगा। समिति में जिला परियोजना समन्वयक, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक रमसा व एसएसए और पीओ प्रशिक्षण प्रभारी व डाइट के प्रशिक्षण प्रभारी सदस्य होंगे। समिति जिला स्तर पर सभी ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षणों की समीक्षा करेगी।
होगी बायोमैट्रिक उपस्थिति
शिविर में बीईईओ और व डाइट प्रभारी के माध्यम से बायोमैट्रिक मशीन लगाई जाएगी। मशीन की उपलब्धता में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर डाइट के माध्यम से प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय के लिए संपर्क किया जाएगा। मशीन की सुरक्षा व संचालन के लिए तकनीकी रूप से दक्ष व्यक्ति को प्रभारी नियुक्त किया जाएगा। बायोमैट्रिक उपस्थिति प्राप्त होने के बाद जिले की समेकित उपस्थिति रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को मेल पर भेजनी होगी।
एक ही दिन में होगा कांस्टेबल भर्ती का ऑफलाइन पेपर
जयपुर। कांस्टेबल भर्ती की तैयारियों को लेकर शनिवार को चीफ सेक्रेटरी ने पुलिस अफसरों की मीटिंग ली। भर्ती का काम देख रही आईजी डॉ. प्रशाखा माथुर ने भर्ती का प्रजेंटेशन दिया। प्रजेंटेशन में बताया कि 16 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों की ऑफ लाइन एग्जाम जून के आखिरी सप्ताह या जुलाई के पहले सप्ताह में एक साथ कराई जाएगी। इसमें रेंज स्तर पर अलग अलग पेपर बनाए जाएंगे। चीफ सेक्रेटरी डीबी गुप्ता ने शनिवार सुबह 11 बजे पुलिस भर्ती का काम देख रहे पुलिस अफसरों को सचिवालय में बुलाया और भर्ती की स्थिति के बारे में जानकारी ली। आईजी प्रशाखा माथुर, एडीजी राजीव शर्मा ने मीटिंग में बताया कि भर्ती परीक्षा जून के आखिरी सप्ताह या जुलाई के पहले सप्ताह में होगी। इसके लिए जिला पर या रेंज स्तर पर पेपर होगा। यानी की हर जिले का या हर रेंज का अलग पेपर होगा। मेरिट जिला स्तर पर बनेगी। भर्ती परीक्षा में 16 लाख से ज्यादा आवेदन आए है। साथ ही दुबारा भर्ती विज्ञापन जल्द निकाला जाएगा। इसमें आयु की छूट दी जाएगी। 13 हजार पदों के लिए 16 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों की भर्ती परीक्षा एक ही दिन ऑफलाइन कराई जाएगी।
चयनित अभ्यर्थियों को टीएसपी क्षेत्र में पदस्थापन के आदेश
स्टेट मेरीट में अधिक अंकों से चयनित टीएसपी के अभ्यर्थियों को भी टीएसपी क्षेत्र में ही पद स्थापन के न्यायालय के आदेश पर अभ्यर्थियों ने हर्ष जताया। आरपीएससी की ओर से आयोजित वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2016 में टीएसपी क्षेत्र के वे अभ्यर्थी जो अधिक अंक लाने से राज्य मेरीट में चयनित हुए थे। उन्हे माध्यमिक शिक्षा निदेशालय बीकानेर द्वारा नॉन टीएसपी की कांउसलिंग में सम्मिलित कर टीएसपी क्षेत्र से दूर पद स्थापन कर दिया जा रहा था। जबकि कम अंक लाने वाले अभ्यर्थियों को गृह जिले में पद स्थापित किया गया। अभ्यर्थी सागर जोशी ने बताया कि डूंगरपुर-बांसवाड़ा के हेमेंद्रसिंह राठौड, निलेश जैन, हर्षद त्रिवेदी, अर्पित जोशी सहित राज्य मेरीट में चयनित18 अभ्यार्थियों ने राजस्थान शिक्षक एवं पंचायतीराज कर्मचारी संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष शेरसिंह चौहान के नेतृत्व में उच्च न्यायालय जोधपुर में वरिष्ठ अधिवक्ता सीएस कोटवानी के माध्यम से याचिका दायर की थी। न्यायाधीष पुष्पेंद्रसिंह भाटी ने अलग अलग सुनवाइयों पर फैसला देते हुए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय बीकानेर , राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर व उपनिदेशक उदयपुर को आदेशित किया कि याचिकाकर्ताओं ने टीएसपी के मूल निवासी होने और टीएसपी के लिए अलग से जारी पदों के लिए आवेदन किया था। इसलिए इन्हें टीएसपी की कांउसलिंग में सम्मिलित कर टीएसपी क्षेत्र में ही पद स्थापित किया जाए।
शिक्षा विभाग की उप निदेशक ने किया राजकीय स्कूलों का निरीक्षण
सूरौठ। शिक्षा विभाग बीकानेर की आयोजना उपनिदेशक एवं प्रवेशोत्सव प्रभारी देवलता बाधवानी ने क्षेत्र के कई राजकीय स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण किया तथा प्रवेशोत्सव कार्यक्रम की समीक्षा की। आयोजना उप निदेशक ने कस्बा सूरौठ के राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल एवं धुरसी के राजकीय माध्यमिक स्कूल सहित कई स्कूलों का में पहुंच कर सरकार की ओर से चलाए जा रहे प्रवेशोत्सव कार्यक्रम की प्रगति रिपोर्ट ली। शिक्षा विभाग की आयोजना उप निदेशक एवं प्रवेशोत्सव प्रभारी देवलता दोपहर को कस्बे के राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल पहुंची तथा प्रधानाचार्य गोपाल सिंह डागुर से प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के बारे में विस्तृत चर्चा की। उपनिदेशक वाधवानी ने प्रवेशोत्सव कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए प्रधानाचार्य डागुर को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।