अभिभावकों को स्कूलों से जोडऩे की पहल

धौलपुर. सरकारी स्कूलों में इस बार का बाल दिवस खास होगा। स्कूलों में होने वाली गतिविधियों से अब अभिभावकों को भी जोड़ा जाएगा। शिक्षा विभाग का यह प्रयास है कि विद्यालयों में समुदाय को स्कूलों के प्रति आकर्षित किया जाए। इसके लिए अभिभावकों को उनके बच्चों की ओर से विद्यालय में की जाने वाली गतिविधियों को देखने व कुछ गतिविधियों में भाग लेने के लिए विद्यालय में आमंत्रित किया जाएगा। यही नहीं बकायदा अभिभावकों की बैठक कर उनके विचार भी लिए जाएंगे।राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। राज्य के सभी राजकीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालय में वर्ष 2022-23 में ‘बाल समारोह’ आयोजित किए जाएंगे। सरकार ने इसके लिए बजट भी जारी किया है। प्रदेश के 53 हजार 95 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिए 106.19 लाख रुपए व 15 हजार 360 माध्यामिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिए 30.72 लाख रुपए की राशि जारी की है। आदेश जारी होने के बाद संस्था प्रधानों ने तैयारी शुरू कर दी है। बता दें, जिले में प्राथमिक शिक्षा के 847 तथा माध्यमिक शिक्षा के 291 स्कूल हैं।तीन समूह में बांटा जाएगाप्रतियोगिता के लिए विद्यार्थियों को तीन समूहों में बांटा जाएगा। प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कार दिए जाएंगे। धौलपुर जिले के लिए प्रति स्कूल 200 रुपए की राशि प्रदान की गई है।खूब होंगे खेल, साहित्यिक मिश्रण भीसाहित्यिक, खेलकूद एवं सांस्कृतिक क्षेत्रों से संबंधित प्रतियोगिताएं होंगी। साहित्यिक प्रतियोगिताओं में वाद विवाद, आशु भाषण, निबंध, प्रश्नोत्तरी, अंग्रेजी और हिंदी शब्दों की अंताक्षरी आदि तथा खेलकूद प्रतियोगिताओं में खो-खो, कबड्डी, चम्मच दौड़, 100 मीटर दौड़, रूमाल झपट्टा आदि एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में गायन, नृत्य ड्रामा आदि होंगी। इनके अतिरिक्त स्थानीय स्तर पर प्रचलित अन्य खेल, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक प्रतियोगिताओं को भी सम्मिलित किया जा सकेगा। साहित्यिक प्रतियोगिताओं के लिए जेंडर संवेदनशीलता, समावेशन, अनिवार्य बाल शिक्षा, स्वच्छ भारत अभियान, बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ, बाल अधिकार आदि क्षेत्रों से संबंधित विषय लिए जा सकते हैं।ताकि हो अपनेपन की भावनाविद्यालय में अभिभावकों एवं जन प्रतिनिधियों का इस प्रकार विद्यालय में आना न केवल उनमें जागरुकता उत्पन्न करेगा, बल्कि उनमें विद्यालय के प्रति अपनेपन की भावना उत्पन्न करेगा।कई विषयों पर चर्चाकार्यक्रम समापन के बाद एसमएसी साधरण सभा व एसडीएमसी की बैठक आयोजित होगी। जिसमें बाल समारोह कार्यक्रम के बारे में अभिभावकों का फीडबैक लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त अंनामकित एवं ड्राप आउट बच्चों को शिक्षा से जोडऩा, बच्चों की विद्यालय में नियमित उपस्थिति, गृह कार्य की नियमितता, उनकी शैक्षिक प्रगति, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ व बाल अधिकार कार्यक्रम आदि विषयों पर चर्चा की जाएगी। बैठक का पूरा विवरण संधारित कर रखा जाए।इनका कहना हैबाल दिवस समारोह को लेकर दिशा-निर्देश मिले हैं। इस दौरान बच्चों के लिए कई खेलकूद व साहित्यिक गतिविधियां आयोजित होंगी। बाल समारोह के माध्यम से अभिभावकों का विद्यालय से अधिक से अधिक जुड़ाव होगा। स्कूलों को राशि भी दी जाएगी।- मुकेश कुमार गर्ग, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा, धौलपुर