बीएसटीसी  की परीक्षा  में बैठेंगे 6 लाख 50 हजार विद्यार्थी

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80 हजार शिक्षक रहेंगे ड्यूटी पर

6 मई को दोपहर 2 से सायं 5 बजे तक होगी परीक्षा

जयपुर। प्रारम्भिक शिक्षा में डिप्लोमा (डीईएड) बीएसटीसी  की परीक्षा आगामी 6 मई को राज्य के सभी 33 जिलों में बनाये 1 हजार 856 परीक्षा केंद्रों पर होगी। परीक्षा दोपहर 2 से सांय 5 बजे तक आयोजित होगी। शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय, बांसवाड़ा द्वारा आयोजित की जाने वाली इस परीक्षा में इस बार रिकार्ड 6 लाख 50 हजार परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। यह इस परीक्षा में बैठने वालों की अब तक की सर्वाधिक संख्या है। श्री देवनानी ने बताया कि परीक्षा के लिए विश्वविद्यालय द्वारा विशेष तैयारियां की गई है। परीक्षा के सफल आयोजन के लिए 80 हजार शिक्षक परीक्षा ड्यूटी पर रहेंगे। परीक्षा में विद्यार्थियों की प्रवेश सम्बन्धी समस्याओं के तत्काल निवारण के लिए विश्वविद्यालय द्वारा बुधवार से विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। इस के दूरभाष नम्बर 02962-246022 और 02962-247022 पर विद्यार्थी संपर्क कर सकते हैं। शिक्षा राज्य मंत्री ने बताया कि परीक्षा में इस बार विद्यार्थियों की सुविधा के लिए पहली बार ओएमआर सीट पर परीक्षार्थी का नाम, फोटो, रोल नम्बर अंकित रहेंगे। परीक्षार्थी परीक्षा के बाद प्रश्न पत्र साथ ले जा सकेंगे।

संशोधित नियम रद्द, नियमित होने की तिथि से वरिष्ठता सूची बनाएं

जयपुर। हाईकोर्ट ने स्कूल ऑफ आर्ट्स और राजस्थान संगीत संस्थान के वरिष्ठ व्याख्याताओं को राहत देते हुए राजस्थान शिक्षा सेवा (कॉलेजिएट ब्रांच) नियम में संशोधन रद्द कर दिया है। अदालत ने सरकार को आदेश दिए हैं कि वह प्रार्थियों को नियमित करने की तारीख से वरिष्ठ मानते हुए सूची बनाएं। न्यायाधीश एम.एन. भंडारी और डीसी सोमानी की खंडपीठ ने यह आदेश सुनीत घिल्डियाल व अन्य की याचिका पर दिया। अधिवक्ता ने बताया कि प्रार्थी तीन दशक पहले दोनों संस्थानों में अस्थाई तौर पर लगे थे। कुछ अभ्यर्थियों का आरपीएससी से समान पद पर चयन हुआ और कुछ अभ्यर्थी 1996 में हाईकोर्ट के आदेश से नियमित हो गए। याचिका में कहा कि राज्य ने 2009 के अादेश से 1986 में बनाए राजस्थान शिक्षा सेवानियम में संशोधन कर दिया।