जयपुर। फीस एक्ट के प्रावधानों और शिक्षा विभाग के आदेशों का उल्लंघन करने के मामले में अब सरकार ने विद्याश्रम स्कूल पर शिकंजा कसा है। मंगलवार को स्कूल प्रशासन को माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने नोटिस थमाते हुए कहा कि अगर फीस एक्ट का पालन नहीं किया और फीस एक्ट का पालन करने तक फीस बढ़ोतरी को वापस नहीं लिया तो स्कूल की मान्यता और अनापत्ति प्रमाण पत्र रद्द किया जा सकता है। डायरेक्टर ने इस मुद्दे पर स्कूल प्रशासन को सुनवाई का अवसर देते हुए 26 अप्रैल को तलब किया है।
क्या है मामला
-स्कूल में बढ़ी फीस के खिलाफ अभिभावक कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं और फीस बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
-स्कूल प्रबंधन अभिभावकों के आगे झुकने को तैयार नहीं है। स्कूल ने ना तो फीस एक्ट का पालन किया और ना ही कलेक्टर और डीईओ के आदेशों का पालन किया।
-स्कूल स्तरीय फीस कमेटी नहीं बनाकर पहले तो विद्याश्रम स्कूल ने फीस एक्ट का उल्लंघन किया। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने जिला शिक्षा अधिकारी के नोटिस पर उसे ही फीस एक्ट के दायरे के आधार पर काम करने की नसीहत दे डाली।
-इसके बाद डीईओ ने स्कूल की जांच रिपोर्ट और स्कूल प्रबंधन के जवाब को आगे कार्रवाई के लिए निदेशालय भिजवा दिया था।
-निदेशक नथमल डिडेल ने स्कूल के खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए कानून का पालन करने का नोटिस थमा दिया। अब अभिभावकों को राहत की उम्मीद बंधी है।
-निदेशक ने नोटिस में सख्त भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा कि स्कूल को राज्य सरकार की तरफ से जारी अनापत्ति प्रमाण पत्र के आधार पर ही सीबीएसई की संबद्धता मिली है। इसलिए स्कूल प्रबंधन राज्य के नियम और अधिनियम की पालना के लिए बाध्य है।
यह नोटिस दूसरे स्कूलों के लिए भी सबक
-नोटिस में डायरेक्टर ने जिस सख्त भाषा का इस्तेमाल किया है। यह दूसरे स्कूलों को भी चेतावनी है। जो यह समझते हैं कि हम सीबीएसई से संबद्धता प्राप्त है। राज्य सरकार हमारे स्कूल पर कार्रवाई नहीं कर सकती। यह नोटिस ऐसे स्कूलों की आंखें खोलने वाला है कि वे भले ही किसी भी बोर्ड से संबद्धता प्राप्त हो, राज्य के नियम और अधिनियम की उन्हें पालना करनी होगी। वरना मान्यता या अनापत्ति प्रमाण पत्र रद्द हो सकता है।
एनसीईआरटी का कॉमन एंट्रेंस एग्जाम जुलाई में
एनसीईआरटी की ओर से कराए जाने वाले सीईई के ऑनलाइन एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं। स्टूडेंट्स इस एग्जाम में पार्टिसिपेट कर रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन में संचालित कोर्स कर सकते हैं। स्टूडेंट्स को उनके स्कोर के आधार पर अजमेर,भोपाल,मैसूर,शिलोंग और भुवनेश्वर में स्थित आरआईई में बीएससी, बीएड (4 साल), बीए बीएड (4 साल), एमएससीएड (6 साल), बीएड (2 साल), एमएड (2 साल) और बीएड-एमएड (3 साल) के कोर्स में एडमिशन लेने का मौका मिलेगा। यह एग्जाम 10 जुलाई को देशभर में होगा। इस एग्जाम में रजिस्ट्रेशन के लिए कैंडीडेट्स वेबसाइट ncert-cee.kar.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
9 मई तक भरे जाएंगे एप्लीकेशन फॅार्म
कैंडीडेट्स इन कोर्स के लिए 9 मई तक एप्लीकेशन फॉर्म भर सकते हैं। 14 मई से 8 जून के बीच एडमिट कार्ड जारी कर दिए जाएंगे। आवेदन के लिए जनरल और ओबीसी कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए 800 रुपए और एससी/एसटी/पीएच उम्मीदवारों के लिए 400 रुपए फीस है। ऑनलाइन एप्लीकेशन में उम्मीदवार को अपने मार्क्स 28 जून तक प्रस्तुत करने होंगे। हर कोर्स के लिए अलग-अलग शैक्षणिक योग्यता निर्धारित की गई है।