जयपुर। शिक्षा राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि अगले शिक्षा सत्र में राज्य के 5 हजार से अधिक माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कम्प्यूटर लेब स्थापित किये जायेंर्गे। इस पर राज्य सरकार द्वारा 153.05 करोड़ रुपए व्यय किये जायेंगे। श्री देवनानी सोमवार को भीलवाड़ा में अक्षय पात्र फाउण्डेशन के कीचन के शुभारंभ अवसर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कम्प्यूटर लेब स्थापना के लिए सांसद निधि, विधायक निधि, जन सहयोग अथवा अन्य योजनाओं से 25 प्रतिशत राशि प्राप्त होने पर राज्य सरकार द्वारा 75 प्रतिशत अंशदान देकर कुल 153.05 करोड़ रुपए लागत से कम्प्यूटर लेब स्थापित किये जायेंगे। श्री देवनानी ने कहा कि राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में हुए क्रांतिकारी बदलावों की बदौलत राज्य देश में दूसरे पायदान पर पहुंच गया है। राज्य में शिक्षा के क्षेत्र मे नये आयाम स्थापित हुए हैं और सरकारी विद्यालयों में निजी विद्यालायों की अपेक्षा अधिक नामांकन व प्रवेश होने लगे हैं तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के कारण सरकारी स्कूलों के प्रति रुझान बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि अगले शिक्षा सत्र से स्कूलों में ब्लेक बोर्ड की जगह डिजिटल बोर्ड उपलब्ध कराने के प्रयास किये जा रहे हैं। सरकारी स्कूलों में निजी विद्यालयों की अपेक्षा ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए प्रत्येक विद्यालय में कम्प्यूटर लेब, पुस्तकालय, कक्षाकक्ष, खेल मैदान, चार दिवारी व स्टाफ उपलब्ध कराकर शिक्षा के स्तर में सुधार किया गया है। उन्होंने कहा कि छात्रों को अच्छी शिक्षा मिले इसके लिए राजस्थान माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत 3198 करोड़ रुपए के नवीन प्रस्ताव भी तैयार किये गये हैं। राज्य का शिक्षा बजट 34 हजार करोड़ रुपए का रखा गया है जो सर्वाधिक है।
श्री देवनानी ने कहा कि भावी पीढी को अच्छी शिक्षा मिले इसके लिए पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है। अब अकबर महान की बजाय महाराणा प्रताप महान पढाया जा रहा है। डॉ. भीमराव अम्बेडकर एवं वीर सावरकर के प्रेरणास्पद प्रसंग भी सम्मिलित किये जायेंगे। छात्रों को अच्छी शिक्षा मिले तथा वे कर्म प्रधान बनें इसके लिए सभी विद्यालयों की लाईबे्ररी में भागवत गीता उपलब्ध कराई गई है। विभाग में एक लाख 20 हजार अध्यापकों को पदोन्नति प्रदान की गई है तथा लगभग एक लाख 60 हजार पदों पर भर्तियां की जा रही है। अगले शिक्षा सत्र में किसी भी श्रेणी का कोई भी पद रिक्त नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के लिए डिस्टि्रक्ट मिनरल फाउण्डेशन ट्स्ट के बजट का भी जिला प्रशासन के साथ विचार विमर्श कर सदुपयोग किया जायेगा।