-मई से अगस्त तक चलेगा डीओएफ अभियान
-स्कूलों में बढ़ाया जाएगा नामांकन
जयपुर। सरकार की ओर से चलाए जा रहे ग्राम पंचायतों को ओडीएफ करने की तर्ज पर अब शिक्षा विभाग भी एक अभियान चलाएगा। विभाग ने इसको डीओएफ नाम दिया है। यानी ड्राप आउट फ्री ग्राम पंचायत। विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।
-स्कूलों में नामांकन बढाने के लिए चलने वाला यह अभियान मई से अगस्त तक चलेगा। इसके तहत शहरी क्षेत्र एवं सभी ग्राम पंचायतों में 6 से 14 आयु वर्ग के बालक-बालिकाओं का चिन्हित कर उनके सरकारी स्कूलों में नामांकन की कार्रवाई की जाएगी। अभियान में अभिभावकों को विद्यालय नामांकन आमंत्रण पत्र भिजवाए जाएंगे।
-शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि इस दौरान चिन्हित 6 से 14 आयु वर्ग के अनामांकित बालक-बालिकाओं को विशेष रूप से विद्यालयों से जोड़े जाने के निर्देश दिए गए हैं।
-उन्होंने बताया कि 6 से 14 आयु वर्ग के शत-प्रतिशत नामांकन वाली ग्राम पंचायतों को ओडीएफ की तर्ज पर डीओएफ यानी ड्रापआउट फ्री घोषित किया जाएगा।
-ग्रीष्मावकाश से पहले विद्यालय प्रबंधन समिति(एसएमसी)या विद्यालय विकास एवं प्रबंध समिति(एसडीएमसी)की बैठकों में विद्यालयों में नामांकन बनाए रखने और अन्य अभिभावकों को अपने बच्चों का विद्यालयों में नामांकन के लिए प्रेरित किए जाने की चर्चा के लिए भी कहा गया है।
शिक्षा मंत्री ने डीईओ से रिक्त पदों की सूची मांगी
जोधपुर। तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांनतरण आवेदन लेने के बाद शिक्षा मंत्री ने जिला शिक्षा अधिकारियों से कार्यरत कार्मिकों एवं वर्तमान रिक्त पदों की सूची मांगी है। यह सूची 3 तीन दिन में भेजने के साथ उसमें कार्मिक का नाम, पदनाम, विषय, वर्तमान में कार्यरत स्थान, कब से कार्यरत, शहरी क्षेत्र में ठहराव की अवधि तथा सेवानिवृति की तिथि की जानकारी भी मांगी है। शिक्षा मंत्री के विशिष्ट सहायक भरत कुमार शर्मा ने डीईओ व डीडी से पूरी सूचना संकलित कर इसे 3 दिन में भेजने के निर्देश दिए है। वहीं डीईओ आफिस में तबादलों के आवेदन करने वाले थर्ड ग्रेड शिक्षकों के स्क्रूटनी का कार्य चल रहा है। जिले में शिक्षा विभाग प्रारंभिक एवं माध्यमिक में लगभग 15 सौ आवेदन जमा हुए हैं। जिसमें स्थानांतरण के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों के पदस्थापन स्थान, लेवल प्रथम व द्वितीय के मूल विषय सहित विशेष श्रेणी में आवेदन करने वाले शिक्षकों के फार्म में दिए गए तथ्यों का सत्यापन किया जा रहा है।
आगामी सत्र से स्कूलों में सप्ताह में तीन दिन बच्चों को दूध मिलेगा
शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को पोषण के लिए अब मिड डे मील योजना के तहत सप्ताह में तीन दिन दूध भी दिया जाएगा। इसके लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं। आगामी शैक्षणिक सत्र से सरकारी स्कूलों में यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। उन्होंने शिक्षकों एवं ग्रामीणों का आह्वान किया कि अधिक से अधिक बच्चों को स्कूल में नामांकन कराए। मई से अगस्त तक सरकारी स्कूलों में नामांकन अभियान चलाया जाएगा। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री देवनानी ने बुधवार को माकड़वाली के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में 26.60 लाख की लागत से बनने वाले नए कक्षा कक्षों की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक रूप से राजस्थान की अभूतपूर्व प्रगति के बाद अब प्रदेश के विद्यार्थियों को मिड डे मील में अतिरिक्त पोषण के लिए अब दूध भी दिया जाएगा। कक्षा एक से 5 तक के विद्यार्थियों को 150 ग्राम एवं कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थियों को 200 ग्राम दूध दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य के विद्यालयों में मई से अगस्त तक सघन नामांकन अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्रों में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एवं नोडल संस्था प्रधानों के माध्यम से तथा ग्राम पंचायतों में पंचायत शिक्षा प्रसार अधिकारियों के माध्यम से घर-घर जाकर बालक-बालिकाओं का सर्वे किया जाएगा।