एक स्कूल में औसत दो बच्चों का भी नहीं हुआ नामांकन

प्रवेशोत्सव के ढोलों के बीच

जिले में कुल 1150 स्कूल, नामांकन 2012

प्रारम्भिक शिक्षा के स्कूलों का हाल

प्रतापगढ़। जिले में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में प्रवेशोत्सव के ढोल बजाने, रैली निकालने सहित कईप्रयासों के बाद भी बच्चों के नामांकन का आंकड़ा बहुत ही कम रहा है। पहले चरण के प्रवेशोत्सव के आंकड़ों पर नजर डालें तो जिले में प्रति विद्यालय औसत दो बच्चों का भी प्रवेश नहीं हो पाया है। सर्व शिक्षा अभियान के अनुसार जिले में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक के कुल 1150 विद्यालय हैं, इनमें 2012 बच्चों का नामांकन पहले चरण के प्रवेशोत्सव के तहत किया गया है।

ब्लॉक अनुसार इस प्रकार बच्चों का स्कूलों में नामांकन

ब्लॉक-नामांकित बच्चों की संख्या
प्रतापगढ़-200
धरियावद-287
पीपलखूंट-614
अरनोद-290
छोटीसादड़ी-621
कुल 2012

छोटीसादड़ी में सबसे अधिक नामांकन

जिला मुख्यालय होने के बाद भी प्रतापगढ़ ब्लॉक में नामांकन की संख्या सबसे कम रही है। यहां मात्र 200 बच्चों को ही प्रवेश दिलाया जा सका है।वहीं सबसे अधिक छोटीसादड़ी ब्लॉक में 621 बच्चों को नवप्रवेश हुआ है।

पहला चरण पूरा, दूसरा चलेगा जून में

स्कूलों में बच्चों के नामांकन को लेकर प्रवेशोत्सव दो चरणों में चलाया जा रहा है। इनमें पहला चरण 26 अप्रेल से 9 मईतक चला है। वहीं दूसरा प्रवेशोत्सव 19 जून से 30 जून तक चलेगा।

बोर्डपरीक्षा के बाद प्रवेश की नीति फेल

इस बार माध्यमिक शिक्षा बोर्डने आठवीं व दसवीं बोर्ड की परीक्षा के तुरंत बाद बच्चे को अस्थाई प्रवेश की नीति बनाई। ताकि बच्चा स्कूल से वंचित नहीं रहे। लेकिन बोर्डपरीक्षा के तुरंत बाद बच्चे छुट्टियां बनाने निकल गए। और स्कूलों में अस्थाई प्रवेश में कोईरुचि नहीं दिखाई। यही कारण है कि माध्यमिक व उच्च माध्यमिक के स्कूलों में पहले प्रवेशोत्सव के तहत मात्र 1031 बच्चों का प्रवेश हुआ है।

स्थिति गंभीर, अगले चरण में करेंगे और प्रयास

-प्रवेशोत्सव के पहले चरण में 2012 बच्चों का नामांकन हुआ है। हालांकि यह नामांकन जिले के स्कूलों की संख्या के अनुपात में कम ही है। दूसरे चरण में अधिक से अधिक बच्चों को प्रवेश दिलाया जाएगा।

-डीएस सुथार, एडीपीसी,सर्व शिक्षा अभियान, प्रतापगढ़

आंगनबाड़ी पाठशाला के 500 बच्चों को निशुल्क दिए स्कूल ड्रेस

सखी संस्थान कुशलगढ़ के काम को एसडीएम ने सराहा

कुशलगढ़। प्रतिध्वनि संस्थान की ओर से शुक्रवार को कुशलगढ़ में आंगनबाड़ी पाठशाला के 500 बच्चों को निशुल्क स्कूल ड्रेस और स्टेशनरी सामग्री वितरित की गई। कार्यक्रम के अध्यक्ष एसडीएम जयवीरसिंह कालेर ने बच्चों की प्रथम शिक्षक मां को बताया। साथ ही बच्चों के सर्वांगीण विकास में माता पिता की भूमिका को अहम बताया। एसडीएम ने सखी संस्थान के काम की सराहना की। विशिष्ट अतिथि विकास अधिकारी डॉ. रामखिलाड़ी मीणा ने महिला स्वयं सहायता समूह के माध्यम से स्वरोजगार करने की नसीहत दी। उन्होंने सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी बच्चों और महिलाओं को दी। सखी संस्थान सचिव डॉ. निधि जैन ने बताया कि वर्ष 2016-17 में संस्था ने 931 महिलाओं को सिलाई का प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाया। कार्यक्रम में तहसीलदार परमानंद मीणा, समाजसेवी व पूर्व बीडीओ इच्छाशंकर जोशी, एडवोकेट हवसिंह कटारा, छगनलाल गरासिया, देवेश दुबे, महिला पर्यवेक्षक अरुणा जैन, सचिव रामावतार, विजयपाल जादव, अनिल कुमार जैन मौजूद रहे।