फर्जी प्रमाणपत्र, असली परीक्षा ::: 10 से ज्यादा राज्यों तक फैला है फर्जी प्रमाण पत्रों का नेटवर्क, हरियाणा पुलिस ने शुरू की जांच

फर्जी प्रमाणपत्र, असली परीक्षा ::: 10 से ज्यादा राज्यों तक फैला है फर्जी प्रमाण पत्रों का नेटवर्क, हरियाणा पुलिस ने शुरू की जांच
फर्जी प्रमाणपत्र, असली परीक्षा ::: 10 से ज्यादा राज्यों तक फैला है फर्जी प्रमाण पत्रों का नेटवर्क, हरियाणा पुलिस ने शुरू की जांच

संवाद सहयोगी, डबवाली : दसवीं के फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की 12वीं की परीक्षा देने वाले 129 विद्यार्थियों का परिणाम बोर्ड ने रद किया है। करीब दो माह पूर्व हुई जांच के बाद 92 विद्यालयों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। बोर्ड सचिव की शिकायत के आधार पर हरियाणा पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। संबंधित छात्रों, विद्यालय प्रबंधकों तथा स्कूल प्रधानाचार्य को शामिल तफ्तीश किया जा रहा है। बताया जाता है कि प्रदेश के निजी विद्यालयों के साथ सरकारी विद्यालय भी जांच के दायरे में है। —- यह है मामला हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के मुताबिक वर्ष 2021 में कोरोना महामारी के कारण परीक्षाएं रद हो गई थी। सरकार की तय नीति के अनुसार परिणाम घोषित किया जाना था। अप्रैल 2021 में सम्मिलित होने वाले विद्यालयी परीक्षार्थियों के 10वीं के प्रमाण पत्र देखे गए। जांच के दौरान प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। पता चला कि उक्त परीक्षार्थियों को विद्यालय में प्रवेश देते समय दस्तावेजों की जांच नहीं की गई जबकि जिम्मेवारी संबंधित विद्यालय की है। —- 10 से ज्यादा राज्यों तक फैला नेटवर्क बोर्ड का एक पत्र सामने आया है जिसमें सचिव ने पुलिस को लिखा है कि यह जांच का विषय है कि दसवीं के जाली प्रमाण पत्र परीक्षार्थियों को किस माध्यम से उपलब्ध हुए। ऐसे माध्यमों का पता करना तथा उन पर रोक लगाना अति आवश्यक है। क्योंकि ऐसे माध्यमों के प्रलोभनों के कारण बच्चों का आर्थिक शोषण होने के साथ-साथ उनके भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। बताया जाता है कि जाली प्रमाण पत्र का नेटवर्क 10 से ज्यादा राज्यों में फैला हुआ है। बोर्ड की जांच में जो जाली प्रमाण पत्र मिले हैं, वे हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, महाराष्ट्र, असम, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश तथा झारखंड आदि प्रदेशों से संबंधित शिक्षण संस्थानों या बोर्ड से हैं। ————— जांच में सामने आए फर्जी बोर्डों के नाम, उनसे जुड़े विद्यार्थी फर्जी बोर्ड छात्र संख्या हरियाणा कौसिल आफ ओपन स्कूलिग 26 उत्तर प्रदेश स्टेट ओपन बोर्ड 34 सेकेंडरी एजुकेशन आफ भिवानी (हरियाणा) 01 ग्रामीण मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान 02 उर्दू एजुकेशन बोर्ड नई दिल्ली 02 हरियाणा स्टेट ओपन बोर्ड आफ स्कूलिग 01 कौंसिल आफ सेकेंडरी एजुकेशन मोहाली 04 राजकीय इंस्टीट्यूट आफ ओपन स्कूलिग उत्तर प्रदेश 04 यूपी बोर्ड आफ मदरसा एजुकेशन लखनऊ 01 बोर्ड आफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन दिल्ली 01 असाम हायर सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड 01 बिहार बोर्ड आफ ओपन स्कूलिग एग्जामिनेशन पटना 04 बोर्ड आफ स्कूल एंड टेक्निकल (सीबी) 01 बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन दिल्ली 01 बोर्ड आफ सेकेंडरी एंड सीनियर सेकेंडरी एजुकेशन अलीगढ़ 01 सेंट्रल बोर्ड आफ हाइ स्कूल एंड इंटरमीडिएट एजुकेशन 01 कौंसिल आफ ओपन स्कूल एजुकेशन राजस्थान 01 कौंसिल आफ स्कूल एंड टेक्निकल एजुकेशन भिड (एमपी) 01 इंडियन बोर्ड आफ स्कूल एजुकेशन 01 इंदिरा गांधी बोर्ड आफ हाइ स्कूलिग एग्जामिनेशन दिल्ली 05 इंटरमिडिएट कौंसिल आफ सेकेंडरी एजुकेशन दिल्ली 01 झारखंड स्टेट ओपन स्कूल रांची 18 महाराष्ट्रा बोर्ड आफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन 01 मुंबई हिदी विद्यापीठ 01 प्रारंभिक शिक्षा पूर्णता प्रमाण पत्रा 01 रुरल इंस्टीट्यूट आफ ओपन स्कूलिग 07 संगाई इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी 03 द सेंट्रल बोर्ड आफ हायर एजुकेशन नई दिल्ली 01 उच्चतर माध्यमिक शिक्षा मंडल दिल्ली 01 उत्तराखंड बोर्ड आफ हाई स्कूल एजुकेशन देहरादून 01 —- एक्सपर्ट व्यू : स्कूल को करनी होती है वेरिफिकेशन कुछ ऐसे बोर्ड हैं जो हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के समकक्ष नहीं है। अगर कोई बच्चा बाहरी राज्य का प्रमाण पत्र लेकर दाखिला लेता है तो उस प्रमाणपत्र की जांच करवाने की जिम्मेवारी संबंधित स्कूल की होती है। संबंधित स्कूल उस प्रमाण पत्र को वेरिफिकेशन के लिए संबंधित बोर्ड के पास भेजता है। अप्रैल 2021 में सामने आए 129 केसों का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। हो सकता है कि बोर्ड ने जांच के लिए सीधी शिकायत दर्ज करवाई हो। उस आधार पर एजेंसी जांच कर रही हो। -संत कुमार बिश्नोई, जिला शिक्षा अधिकारी, सिरसा