बीकानेर। जिले के ९२ अभावग्रस्त गांवों के सरकारी स्कूलों के बच्चों को गर्मी की छुट्टियों में भी मिड-डे मील योजना के तहत पोषाहार मिलेगा। इसके लिए राज्य सरकार ने निर्देश दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक शिक्षा) ने जिले के अभावग्रस्त गांवों की सूची ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को भेजते हुए इन गांवों के सरकारी स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों में बच्चों को पोषाहार वितरण करने की व्यवस्था करने को कहा है। जिले की लूणकरणसर तहसील में 29 राजस्व गांव, नोखा व पांचू तहसील के 17 और पूगल तहसील के 6 राजस्व गांवों को खरीफ की फ सल में 50 प्रतिशत से अधिक खराब होने से अभावग्रस्त घोषित किया गया है।
33 प्रतिशत से अधिक खराबे वाले गांव
जिले में 42 राजस्व गांवों में खरीफ की फसल 33 प्रतिशत से अधिक खराब होने से इन गांवों को भी अभावग्रस्त घोषित किया गया है। इनमें लूणकरनसर तहसील के 8, नोखा तहसील के 33 व छतरगढ़ तहसील का एक गांव शामिल है। प्रारंभिक जिला शिक्षा अधिकारी ने 92 राजस्व गांवों की सूची ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को भेजी है। संबंधित ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों ने इन गांवों के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक पढऩे वाले बच्चों के लिए छुट्टियों में भी पोषाहार देने की व्यवस्था के लिए संस्था प्रधानों को पोषाहार प्रभारियों को पाबंद करने के निर्देश दिए हैं।
प्रशिक्षण में कैसे पहुंचेंगे प्रभारी
इन गांवों में कार्यरत जिन पोषाहार प्रभारियों को प्रशिक्षण में बुलाया गया है, उनके सामने समस्या आ गई है कि वे प्रशिक्षण में भाग लें या मिड-डे मील की व्यवस्था करें। प्रशिक्षण शिविर में अनुपस्थित रहने पर मई का वेतन रोकने का आदेश दिया गया है और पोषाहार न पकाने पर जिम्मेदारी भी इन्ही की निर्धारित करने की बात आदेशों में कही गई है। यही नहीं उन एकल विद्यालयों के शिक्षकों के सामने भी इन दोहरे आदेशों को लेकर असमंजस है।
डीएफएसओ ने जांची पोषाहार व्यवस्थाएं
बाड़मेर। राज्य सरकार की मिड डे मिल योजना के तहत स्कूलों में मिलने वाले पोषाहार की गुणवत्ता जांचने के लिए सरकार ने जिला स्तर के अधिकारियों को समय-समय पर निरीक्षण के लिए निर्देशित कर रखा है। इसके तहत बुधवार को जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी भूराराम गोदारा ने विभिन्न स्कूलों में पोषाहार व्यवस्था का निरीक्षण किया। गोदारा ने बताया कि राजकीय माध्यमिक स्कूल कुड़ला के निरीक्षण के दौरान मौके पर पोषाहार बनता हुआ पाया गया। साथ ही सभी अध्यापक उपस्थित पाए गए। इसके बाद राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल चवा का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान प्रधानाध्यापक ने बताया कि 13 अप्रैल से पोषाहार की सप्लाई नहीं आई है। इसकी सूचना स्कूल द्वारा बीईईओ सिणधरी को दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस गंभीर अनियमितता की रिपोर्ट तैयार की गई। इसके अलावा राउमावि सरजू के निरीक्षण के दौरान व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गई।