सामान्य वर्ग के शिक्षक को रिकाॅर्ड पर कर दिया एसटी

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पदोन्नति के लिए अपात्र भी सूची में डाले

बांसवाड़ा। माध्यमिक शिक्षा विभाग में वर्ष 2008 से 2011-12 तक के चयनित व्याख्याताओं को प्राचार्य पद पर पदोन्नति के लिए जारी वरीयता सूची में ढेरों विसंगतियां हैं। जो शिक्षक पात्र ही नहीं है, उसे भी सूची में डाल दिया गया, वहीं सामान्य वर्ग के शिक्षक को रिकार्ड पर एसटी का बताया गया है। ताज्जुब यह कि पहली सूची जिले में भेजने पर संशोधन के लिए डीईओ स्तर से बार-बार प्रयास किए गए, लेकिन उसके बाद भी एसीआर यानी वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट के लिए पुरानी सूची भेज दी गई है, जिसमें ऐसी कई गड़बड़ियां हैं। इसके चलते पदोन्नति में अड़चनें आने की आशंका पैदा हो गई है।विभागीय सूत्रों के अनुसार निदेशालय ने जिले से 53 व्याख्याताओं की एसीआर मांगी है। इनमें वरीयता क्रमांक 388 पर बांसवाड़ा से जीतेंद्र जाटव चित्रकला के शिक्षक हैं, लेकिन बीएड नहीं होने से उनका नाम हटाने के लिए कई बार लिखा जा चुका है। इसके बावजूद वे सूची में बने हुए हैं। सूची में 739 नंबर पर बदेसिंह डामोर और 808 नंबर पर विनोदकुमार निनामा एसटी वर्ग से हैं, लेकिन उन्हें एससी कर दिया गया है। इसी तरह 868 नंबर पर सामान्य वर्ग के बापूसिंह और नजमूल हुसैन पठान का एसटी का बताया गया है। इसके अलावा वरीयता सूची में शामिल लालनाथ रावल, विनीता पटेल, पुष्पा शर्मा, केशुलाल खराड़ी, कैलाशचंद्र मीणा और चुन्नीलाल हुवाेर के एसीआर के लिए नाम ही नहीं भेजे गए हैं, जबकि ये सभी 2009-10 से 2011-12 के चयन वर्ष के अंतर्गत हैं। राजस्थान शिक्षा सेवा प्राध्यापक संघ (रेसला) के जिलाध्यक्ष विजयकृष्ण वैष्णव का कहना है कि सूचियां भेजी गई हैं, उनमें काफी गड़बड़ियां हैं।

इंस्पायर अवार्ड : 30 जून तक मांगे ऑनलाइन नोमिनेशन

बांसवाड़ा। केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय की इंस्पायर अवार्ड योजना के लिए कक्षा 6 से 10 तक के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन नोमिनेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 30 जून तक ऑनलाइन पोर्टल खुला रहेगा। चयनित सभी छात्रों के खाते में रुपए 5000 भेजे जाएंगे। इस राशि के उपयोग से छात्रों को अपने आइडिया को मूर्त रूप देना होगा।