जयपुर। प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने बासंवाड़ा में गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय के भवन का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने पतंजलि योग पीठ द्वारा आयोजित निःशुल्क योग चिकित्सा एवं ध्यान शिविर में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग जैसी स्वास्थ्य बढ़ाने वाली जिस परम्परा और प्रक्रिया को हम भूल गए थे, आज उसका लोहा पूरी दुनिया मानती है। उन्होंने कहा कि स्वामी रामदेव ने इसको दूर तक ले जाने का काम किया है। शिलान्यास कार्यक्रम में बाबा रामदेव भी मौजूद रहे।
विश्वविद्यालय ने की अच्छी शुरूआत
मुख्यमंत्री ने समारोह को संबोधित करते हुए इस बात पर खुशी जताई कि विश्वविद्यालय द्वारा स्थापना के साथ ही अच्छी शुरूआत कर ली है और यहां कॉलेजों की संबद्धता की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद लगभग एक लाख छात्र-छात्राएं इससे जुड़ चुके हैं। यहां पर 300 शोधार्थी पीएचडी कर रहे हैं, जिनमें से 140 बच्चे जनजाति वर्ग के हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इसके भवन की स्थापना के लिए जमीन देने के साथ शुरूआती बजट का आवंटन भी कर दिया है।
ऋण माफी से लाखों किसानों को मिला फायदा
मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट में राजस्थान अनुसूचित जाति, जनजाति वित्त और विकास सहकारी निगम के द्वारा 1980 एवं 81 में बकाया 2 लाख रुपए तक का ऋण और उसका ब्याज माफ कर दिया है। इस योजना का पूरे प्रदेश में 20 हजार तथा अकेले बांसवाड़ा जिले में पांच हजार लोगों को फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि बजट में घोषित लघु एवं सीमांत कृषकों के 50 हजार रुपए की ऋण माफी योजना से पूरे राजस्थान में 30 लाख किसानों को लाभ मिलेगा।
विश्वविद्यालय परिसर के लिए 146 बीघा भूमि आवंटित
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कैलाश सोडाणी ने स्वागत उद्बोधन के दौरान बताया कि गोविन्द गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय को राज्य सरकार द्वारा 146 बीघा भूमि का आवंटन और भवन निर्माण के लिए राशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा राज्य में पहली बार परीक्षा केन्द्रों तक ऑनलाईन पेपर भिजवाने की व्यवस्था की गई है और मूल्यांकन के लिए भी ऑनलाईन व्यवस्थाएं की जा रही हैं।