राज्य के सरकारी विद्यालयों में करीब एक लाख पद खाली पड़े हैं। इसका असर विद्यालयों में पढ़ाई पर पड़ रहा है। कोरोना संक्रमण के बाद अब ऑफलाइन पढ़ाई व परीक्षाओं का आयोजन हो रहा, लेकिन शिक्षकों की कमी के चलते पाठ्यक्रम भी पूरा नहीं हो पा रहा है।
राज्य के सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण में रिक्त पद बाधा बने हुए हैं। अर्द्धवार्षिक परीक्षा में महज 10 दिन शेष रहे हैं, उधर वार्षिक परीक्षाएं भी मार्च में प्रस्तावित हैं, लेकिन पाठ्यक्रम ही पूरा नहीं हुआ है। तृतीय श्रेणी से व्याख्याता कैडर के 75 हजार से अधिक पद रिक्त चल रहे हैं।
10वीं, 12वीं में शत-प्रतिशत पाठ्यक्रम
कोरोना के बाद अब फिर से 10वीं -12वीं की बोर्ड परीक्षा में छात्र-छात्राओं से शत-प्रतिशत पाठ्यक्रम पूछा जाएगा, जबकि काेर्स ही पूरा नहीं हुआ है। प्रदेशभर में करीब 90 लाख छात्र-छात्राएं सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत हैं।
संविदा पर करना था नियुक्त
रिक्त पदों की पूर्ति के लिए राज्य सरकार ने विद्या संबल योजना में बेरोजगार युवाओं, सेवानिवृत कार्मिकों को संविदा पर नियुक्त किया जाना था, लेकिन इसे भी स्थगित कर दिया गया है।
दो साल से नहीं हुई डीपीसीविभाग में प्रतिवर्ष रिक्त होने वाले पदों से 50 फीसदी सीधी भर्ती व 50 फीसदी पद विभागीय पदोन्नति (डीपीसी) से भरे जाने का प्रावधान है। हालांकि दो साल से अध्यापक से वरिष्ठ अध्यापक व वरिष्ठ अध्यापक से व्याख्याता डीपीसी भी नहीं हुई है। इसके कारण रिक्त पदों का ग्राफ बढ़ रहा है।
9 हजार पदों पर भर्ती परीक्षा अगले माहविभिन्न विषयों के 9 हजार सैकंड ग्रेड शिक्षक पदों पर आरपीएससी की ओर से भर्ती परीक्षा 21 दिसंबर से शुरू होगी। विषयवार परीक्षाएं 27 दिसंबर तक चलेंगी, वहीं लेक्चरर के 6 हजार पदों पर भर्ती परीक्षा अक्टूबर में हो चुकी है। इसका परिणाम आना शेष है। लेवल वन और लेवल सैकंड के 46 हजार पदों पर भर्ती परीक्षा फरवरी में प्रस्तावित है।
कैडर अनुसार रिक्त पदों की स्थिति
7000 प्रधानाचार्य
10000 उप प्रधानाचार्य
12700 व्याख्याता
16700 सैकंड ग्रेड
25000 लेवल सैकंड
21000 लेवल वन
कम्प्यूटर अनु. 9900
इनका कहना है…
दो सत्रों की बकाया व्याख्याता डीपीसी जल्द की जाए। सीधी भर्ती प्रक्रियाधीन है, जो अगले सत्र में पूरी पाएगी। उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत विद्यालयों में भी व्याख्याताओं की नियुक्ति नहीं हुई है।
– बसन्त कुमार ज्याणी, प्रदेश प्रवक्ता, राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ, रेस्टा
साभार :www.patrika.com