बीकानेर rajasthanshiksha.com पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए अब स्कूली विद्यार्थियों को जागरुक किया जाएगा। इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से हरित पाठशाला शुरू की जाएगी। इसके तहत विद्यालयों में वाटिका भी विकसित की जाएगी। अगले माह में मानसून के अनुसार विद्यालयों में 10 जुलाई तक पौधरोपण किया जाएगा। इसकी तैयारी अभी से शुरू हो गई है।
राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के आयुक्त प्रदीप कुमार बोरड ने हरित पाठशाला कार्यक्रम को लेकर संस्था प्रधाना और मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए है। इसके अनुसार कार्यक्रम के तहत कई तरह की गतिविधियां प्रत्येक माह में आयोजित की जानी प्रस्तावित है। साथ ही विद्यालय वाटिका क्लब या पर्यावरण संरक्षण क्लब का कक्षानुसार गठन किया जाएगा।
संस्था प्रधानों को जिम्मेवारी
प्रदेश के सभी विद्यालयों में पौधरोपण कार्यक्रम की प्रभावी मॉनीटरिंग करनी होगी। इसके लिए मनरेगा के तहत पौधरोपण काराया जाएगा। साथ ही पोधों की समुचित व्यवस्था भी करनी होगी। मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को भी अलग से दायित्व सौंपा गया है।
यह है उद्देश्य
विद्यार्थियों में पर्यावरण की समझ पैदा करना, पर्यारण के संरक्षण के महत्व को समझाना, पौधरोपण एवं उनका संरक्षण, विद्यालय की सहशैक्षिक गतिविधियों में पर्यावरण संरक्षण की अवधारणा को अनिवार्य करना।
यह गतिविधियां करानी होगी
विद्यालय पारिसर, खेल मैदान एवं विद्यालय के 200 मीटर की परिधि में पोधे लगाए जाएंगे। विद्यालय में वातावरण निर्माण के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियां कराई जाएगी। इसमें पर्यावरण संरक्षण से संबंधित वार्ताएं, निबंध प्रतियोगिताएं, रोलप्ले, रैली, शैक्षिक भ्रमण आदि। विद्यालय में पर्यावरण संरक्षण के लिए विद्यालय वाटिका क्लब, हरित विद्यालय क्लब सरीखे समूह का गठन किया जाएगा। इको क्लब को सक्रिय किया जाना है। कम से कम दो छात्र-छात्राओं (कक्षा 12 के छात्राओं के अलावा) एवं उनके शिक्षकों को पौधे की देखभाल के लिए गोद देना, विद्यालय की एसएमसी,एसडीएमसी,पीटीए, पूर्व विद्यार्थियों को भी इस कार्यक्रम से जोडऩा होगा।