राज्य में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवेदन करने वाले करीब 35 लाख आवेदकों का आईडी नंबर जनरेट होगा। यह वही नंबर होगा जिसके जरिए बेरोजगार युवाओं को हर बार अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं में शामिल होने के लिए अपने आवेदन में बार-बार दस्तावेज जमा कराने से छुटकारा मिलेगा। एक बार आवेदन के साथ ही जमा कराए गए दस्तावेज अभ्यर्थी के यूनिक आईडी नंबर से ऑनलाइन ही अटैच हो जाएंगे। अगली बार जब वह अन्य भर्ती परीक्षा में शामिल होगा तो उसे आवेदन करने के लिए सिर्फ आईडी नंबर का इस्तेमाल करना होगा। इससे वह पहले ही अटैच दस्तावेजों के आधार पर संबंधित भर्ती में शामिल हो जाएगा।
सफल होने पर दस्तावेजों की जांच भी इसी आईडी नंबर के साथ पूरी कर ली जाएगी। प्रदेश में भर्तियों की लंबी पेंडेंसी और आवेदकों को परेशानियों से छुटकारा दिलाने के लिए राज्य लोक सेवा आयोग से यह बड़ा प्रोजेक्ट तैयार किया था। हालांकि इसे आयोग ने पहले अपनी परीक्षाओं से ही जोड़ने की योजना बनाई थी, लेकिन अब सरकार ने सभी भर्तियों के लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन की योजना तैयार कर ली है। सरकार ने इसे मंजूरी दे दी है और जल्द ही प्रदेश में भर्ती प्रक्रिया में बड़ा बदलाव नजर आने की संभावना है। नया सॉफ्टवेयर एक्टिव होने के बाद राज्य लोक सेवा आयोग शुरुआती दौर में इसे छह माह के लिए प्रायोगिक तौर पर परखेगा। आयोग अब तक करीब डेढ़ करोड़ परीक्षा आवेदनों के साथ एक हजार से ज्यादा परीक्षाएं आयोजित कर चुका है।
आधार की तरह होगा वन टाइम रजिस्ट्रेशन, देते जाइए परीक्षाएं
सॉफ्टवेयर के प्रभावी होने के बाद सरकार अथवा भर्ती एजेंसी की ओर से इस बारे में दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। प्रपोजल तैयार करने वाले अफसरों का कहना है कि अभ्यर्थी संबंधित परीक्षा के लिए अपने शैक्षणिक योग्यता, मूल निवास, बर्थ सर्टिफिकेट, रिजर्वेशन सहित अन्य सभी जरूरी दस्तावेजों को अटैच करेगा वे हमेशा के लिए सॉफ्टवेयर में फीड हो जाएंगे। एक परीक्षा के बाद जब वह दूसरी परीक्षा के लिए आवेदन करेगा तो उसे पहले से ही मिला वन टाइम रजिस्ट्रेशन नंबर फीड करना होगा। पहले से जमा दस्तावेज स्वतः: ही उसके साथ अटैच हो जाएंगे। इसे शैक्षणिक योग्यता के हिसाब से समय-समय पर अपडेट करने का ऑप्शन भी दिया जाएगा। राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष राधेश्याम गर्ग का कहना है कि एक तरह से यह आधार की तरह ही होगा वन टाइम रजिस्ट्रेशन। हालांकि इस पर अभी तेजी से एक्सपर्ट टीमें काम कर रही हैं। जल्द ही यह ग्राउंड लेवल पर आएगा।
इस तरह बदल जाएगी राज्य में भर्ती प्रक्रिया की तस्वीर
भर्ती आवेदन प्रक्रिया काफी हद तक आसान हो जाएगी। वन टाइम रजिस्ट्रेशन से बार-बार दस्तावेज जमा कराने से छुटकारा मिलेगा। सबसे बड़ा फायदा मैन पावर की कमी के बावजूद समय पर प्रक्रिया पूरी होने को लेकर रहेगा। आवेदकों को दस्तावेजों पर बार-बार खर्च होने वाले अपनी भारी राशि से भी मुक्ति मिलेगी। सभी भर्तियों में शामिल होने वाले युवाओं का डेटा सरकार के पास ऑनलाइन दस्तावेजों के साथ हर वक्त उपलब्ध रहेगा। राजस्थान हाईकोर्ट के एडवोकेट संदीप कलवानिया का कहना है कि अभ्यार्थियों के लिए बार-बार दस्तावेज नहीं लिए जाने की बड़ी छूट मिलने के साथ ही परीक्षा आवेदन-पत्र भी एक बार भरवाए जाने का सिस्टम लागू कर दिया जाना चाहिए। इससे लगातार महंगी हो रही भर्तियों के भारी बोझ से बेरोजगार को निजात मिल सकेगी।
परीक्षा लेने वाली एजेंसियों से जाना- फायदा कैसे
राज्य लोक सेवा आयोग की यह बड़ी योजना है। वन टाइम रजिस्ट्रेशन भर्ती प्रक्रिया को बेहद आसान बनाएगा। अलग-अलग परीक्षाओं के लिए अभ्यर्थियों को कई झंझटों से मुक्ति मिल जाएगी। न केवल आवेदक के लिए वरन संबंधित परीक्षा एजेंसी को भी बड़ी राहत मिलेगी। जल्द ही इसका परीक्षण शुरू हो जाएगा।
-आर.एस. गर्ग, अध्यक्ष, राजस्थान लोक सेवा आयोग