IIT-JEE में शामिल होने के लिए अब जरूरी नहीं 12वीं में 75% मार्क्स
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने NIT (National Institute of Technology) और IIT (Indian Institute of Technology) समेत केंद्र पोषित तकनीकी संस्थानों में दाखिले के मानदंड में मंगलवार को छूट देने की घोषणा की और इसके तहत कक्षा 12वीं में 75 प्रतिशत अंक की अनिवार्यता को हटा दिया गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank) ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए बताया है कि छात्रों को अब पात्र होने के लिए 12वीं बोर्ड परीक्षा में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक हासिल करने की आवश्यकता नहीं होगी।
इससे पहले, केवल वे छात्र जो कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करते थे, उन्हें ही NIT, IIT और CFTI में बीई/बीटेक/बीएआर्क/बी-प्लानिंग पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए पात्र माना जाता था। हालांकि, कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार छात्रों की सुविधा के लिए 12वीं बोर्ड परीक्षा में 75 प्रतिशत पात्रता मानदंडों को समाप्त कर दिया गया है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट किया कि IIT JEE (Advanced) और पिछले वर्ष के अकादमिक वर्ष में किए गए निर्णय के अनुरूप अगले शैक्षणिक सत्र 2021-22 में NIT, IIT, स्कूल आफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (SPA) एवं अन्य केंद्र पोषित तकनीकी संस्थानों में दाखिले के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) के लिए 12वीं कक्षा में 75 प्रतिशत अंक के अनिवार्यता मानदंड को हटाने का फैसला किया गया है।
गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर NIT में और केंद्र से वित्त पोषित (Centrally-Funded Technical Institutes) अन्य तकनीकी संस्थानों में दाखिले के लिए गाइडलाइंस में पिछले वर्ष छूट देने की घोषणा की गई थी और कहा गया था कि 12 वीं की बोर्ड परीक्षा में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक की जरूरत नहीं होगी। पूर्व में एनआईटी, जेईई मेंस में छात्र के प्रदर्शन के साथ-साथ उसके बोर्ड परीक्षा में 75 प्रतिशत अंक अथवा संबंधित बोर्ड में शीर्ष 20 पर्सेंटाइल की मांग करता था।