बूंदी में ‘मानस’ अभियान की शुरुआत

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राजस्थान (Rajasthan) के बूंदी (Bundi) में स्कूली बच्चों को तनाव और अवसाद से दूर रखने के लिए ‘मानस’ अभियान की शुरुआत की गई है. इसके तहत सभी स्कूलों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे बच्चे तनाव मुक्त हो सके और पढ़ाई का स्तर बढ़ाया जा सके. बूंदी जिला कलेक्टर रविंद्र गोस्वामी (Bundi DM Ravindra Goswami) की अध्यक्षता में हुई जिला निष्पादन समिति की बैठक में मानस अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है. जिला कलेक्टर रविन्द्र गोस्वामी ने कहा कि प्रशासन की ओर से बच्चों में तनाव और अवसाद को दूर करने के लिए ‘मानस’ अभियान चलाया जा रहा है.

उन्होंने बताया इसके तहत स्कूलों में बच्चों के लिए प्रेरणास्पद उद्बोधन करवाया जाएगा. साथ ही बच्चों को नियमित रूप से मेडिटेशन करने से होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी जाएगी. इसके अलावा तनाव को दूर करने के लिए मनोचिकित्सक उपाय भी बताएंगे. उन्होंने कहा कि 12वीं कक्षा तक के बच्चों को अनुशासन और कानूनी जानकारी होना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि ‘नो बैग डे’ पर स्कूलों में मानस अभियान के तहत जनप्रतिनिधि, धर्मगुरुओं को बुलाएं, वाद विवाद प्रतियोगिता कराएं, मोटिवेशन थीम पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि बच्चों को अच्छा वातावरण मिले तो वह तनाव मुक्त हो सके.

तनाव-अवसाद से बच्चों की पढ़ाई पर पड़ता है असर

जिला निष्पादन समिति की बैठक में जिला कलेक्टर की ओर से मानस अभियान के बारे में जानकारी दी गई थी तो यहां समिति से जुड़े अधिकारियों ने इस शुरुआत को अहम बताया. सदस्यों ने कहा कि वर्तमान में स्कूली बच्चों में तनाव और अवसाद होने से उनकी पढ़ाई पर काफी असर पड़ता है. तनाव के कारण वह न तो पढ़ पाते हैं और न अपनी जिंदगी के फैसले ले पाते हैं. ऐसे में कई बार बच्चे गलत कदम उठा लेते हैं.
बच्चों की होगी काउंसलिंग

समिति से जुड़े अधिकारियों ने बैठक में बताया कि बहुत बार छात्र तनाव और अवसाद में होते हैं तो वह अपने परिवार से संबंधित तनाव के बारे में कुछ कह नहीं पाते और अंदर ही अंदर परेशान होते हैं. मानस अभियान के तहत उन बच्चों की काउंसलिंग की जाएगी, ताकि उनका अवसाद हुआ तनाव को दूर कर सके और वह पढ़ाई में आगे बढ़ सके. जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बारिश के कारण जो स्कूल क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उनकी मरम्मत के लिए बजट प्रस्ताव शीघ्र भिजवाए जाएं.