स्टार्ट अप Boot क्लब छात्रों को विज्ञान और तकनीक में दक्ष बनाएंगे…
जयपुर। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री किरण माहेश्वरी का कहना है कि स्टार्ट अप Boot क्लब छात्रों को विज्ञान और तकनीक में दक्ष बनाएंगे। सरकार ने वर्ष 2017-18 की बजट घोषणा के तहत इन क्लबों को स्थापित करने की प्रक्रिया पूर्ण कर ली है। शीघ्र ही राज्य के चुनिंदा राजकीय विवेकानन्द माॅडल (Model) स्कूलों में यह क्लब शुरू किए जाएंगे।
राज्य सरकार प्रथम चरण में प्राथमिकता के आधार पर 71 माॅडल स्कूलों में स्टार्ट अप Boot क्लब स्थापित करने जा रही है। इन स्टार्ट अप Boot क्लब को शुरू करने का उदेश्य विद्यार्थियों में विज्ञान, टैक्नोलाॅजी, आईटी के प्रति जागृति उत्पन्न करना है। इन क्लबों में माइक्रो प्रोसेसर बेस इलेक्ट्रोनिक किट, सेंसर किट एवं रोबोटिक किट के संयोजन से विद्यार्थियों में प्रोग्रामिंग के माध्यम से नवाचारों, क्रियात्मकता को बढ़ावा दिया जाएगा। गौरतलब है कि नीति आयोग के कार्यक्रम ‘अटल इनोवेशन मिशन‘ में स्कूलों के लिए अटल टिंकर लैब में भी विद्यार्थियों को इन्टरनेट आॅफ थिंग्स, इलेक्ट्रोनिक किट के माध्यम से नवाचार एवं क्रियात्मकता को बढावा देने के लिए प्रयास किए जा रहे है।
विद्यार्थियों को दी जाएंगी किट
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से हर स्कूल में स्टार्ट अप Boot क्लब में 10 किट एवं प्रथम चरण में 71 माॅडल विद्यालयों में 710 किट वितरित की जाएंगी। इस किट का उपयोग कक्षा 8 से 10 तक के विद्यार्थी कर पाएंगे। इन माॅडल विद्यालयों के शिक्षकों को किट की कार्यप्रणाली को समझाने के लिए तकनीकी प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
टेक्नोफ्रेंडली होंगे स्टूडेंट
स्टार्ट अप Boot क्लब के माध्यम से राज्य के विद्यार्थी भविष्य में होने वाले टेक्नोलोजी परिवर्तन के लिए तैयार हो पाएंगे एवं उनमें उद्यमशीलता के कौशल का विकास हो सकेगा। गौरतलब है कि केरल में भी विद्यार्थियों के के लिए माइक्रो प्रोसेसर बेस्ड किट सफलता पूर्वक पूर्ण किया जा चुका है। राज्य में इस किट को सेंसर एवं रोबोटिक के साथ जोड़ते हुए एक नवीन एवं अभिनव सेट तैयार करवाया है। इस किट से ना केवल स्कूल के विद्यार्थियों में प्रोग्रामिंग में रूचि जागृत होगी बल्कि रोबोटिक्स और सेंसर किट के माध्यम से व्यवहारिक अनुप्रयोग भी सीख पाएंगे।