निजी स्कूलों की मनमानी कलक्टर पर भी भारी

shivira shiksha vibhag rajasthan December 2016 shiksha.rajasthan.gov.in district news DPC, RajRMSA, RajShiksha Order, rajshiksha.gov.in, shiksha.rajasthan.gov.in, अजमेर, अलवर, उदयपुर, करौली, कोटा, गंगानगर, चित्तौड़गढ़, चुरू, जयपुर, जालोर, जैसलमेर, जोधपुर, झालावाड़, झुंझुनू, टोंक, डीपीसी, डूंगरपुर, दौसा, धौलपुर, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, प्राइमरी एज्‍युकेशन, प्राथमिक शिक्षा, बाड़मेर, बारां, बांसवाड़ा, बीकानेर, बीकानेर Karyalaye Nirdeshak Madhyamik Shiksha Rajisthan Bikaner, बूंदी, भरतपुर, भीलवाड़ा, माध्‍यमिक शिक्षा, मिडल एज्‍युकेशन, राजसमन्द, शिक्षकों की भूमिका, शिक्षा निदेशालय, शिक्षा में बदलाव, शिक्षा में सुधार, शिक्षा विभाग राजस्‍थान, सरकार की भूमिका, सवाई माधोपुर, सिरोही, सीकर, हनुमानगढ़

यहां के स्कूलों के बच्चों की नहीं हैं ‘परवाह’

पारा 44 पर, तपती धूप में बच्चे परेशान, विद्यालयों ने नहीं घटाया समय

राजसमंद। मई में गर्मी के प्रकोप को देखते हुए सरकारी और निजी विद्यालयों में समय घटाने के जिला कलक्टर के आदेशों की कई स्कूल अवहेलना कर रहे हैं। गर्मी से बचने अभिभावक कईजतन कर रहे हैं, लेकिन कतिपय स्कूलों को कोईफिक्र नहीं है। स्कूली विद्यार्थियों को काफी परेशानी हो रही है। पूर्व जिला कलक्टर बेरवाल ने गर्मी एवं लू के दौर में विद्यार्थियों की परेशानी को ध्यान में रखकर राजकीय, गैर राजकीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व माध्यमिक और उच्च् माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ाई कर रहे कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों के लिए दो से नौ मई तक विद्यालय समय सबह ७.३० से दोपहर १२ बजे तक करने के आदेश जारी किए थे। साथ ही शिक्षक और कर्मचारियों को पूर्ववत कार्य करने के निर्देश दिए गए। इसके बावजूद कई विद्यालयों ने कलक्टर के आदेशों की सुध ही नहीं ली। अनेकों स्कूलों का समय अभी भी पूर्ववत ही है। शुक्रवार को कक्षा १ से आठ तक के छोटे बच्चे गर्मी में परेशान दिखाई दिए। निजी स्कूलों की मनमानी बच्चों की सेहत से भी खिलवाड़ कर रही है।

स्कूलों में नहीं हैं पंखे

अभिभावकों और बच्चों की शिकायत है कि कई कक्षाओं मे पंखे नहीं हैं। कहीं पंखे हैं तो दोपहर में गर्म हवा फेंकने लगते हैं। ऐसे में बच्चों की तबीयत खराब होने की आशंका है।

सुबह ही सताती है गर्मी

एक निजी स्कूल की सातवीं कक्षा के विद्यार्थीविकास ने बताया कि जब वह सुबह स्कूल जाता है, तभी कड़ी धूप आ जाती है। कक्षाओं में केवल पंखे होने से गर्म हवाएं आती है। पढ़ाई करने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। पूरे दिन माथे से पसीन नहीं उतरता। एक निजी स्कूल में नौवी के छात्र नीतिन दशोरा का कहना है कि उनकी स्कूल में कई कमरों में पंखों तक की व्यवस्था नहीं है। गर्मी में एक कक्षा में लगातार चार घंटे बैठे रहना काफी परेशान कर देने वाला है। स्कूल के समय में बदलाव की जरूरत है।

कुम्हला जाते हैं बच्चे

समय में बदलाव को लेकर पत्रिका टीम जब बच्चों के अभिभावकों की, तो चिंताजनक स्थिति सामने आई। जयप्रकाश शर्मा बताते हैं कि निजी स्कूल में उनका बच्चा दूसरी कक्षा में पढ़ता है। तेज गर्मी के कारण स्कूल की छुट्टी होने के बाद घर आते-आते वह बीमार जैसा सा बर्ताव करता है। स्कूल संचालकों को समय में बदलाव करना चाहिए।

1 किमी की दूरी और लम्बा वक्त

मदारा के जगदीश कुमावत ने बताया कि उनका लडक़ा और लडक़ी दोनों करीब 14 किलोमीटर की दूरी तय कर स्कूल जाते हैं। सुबह एक घंटे पहले स्कूल के लिए निकलना पड़ता है। दोपहर की छुट्टी के दौरान सूरज आग बरसाने लगता है। स्कूल बसों के खुले में खड़ी रहने से सीटें गर्म हो जाती हैं। छोटे बच्चों को बैठने में काफी तकलीफ होती है। उनकी सेहत को लेकर चिंता बढ़ रही है।

गर्मी में बच्चों के परेशानी को देखते हुए समय बदला गया था। जो भी स्कूल पालना नहीं करेगा, उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। गर्मी में बच्चों को लेकर कोई भी लापरवाही नहीं बरती जाए।

-भरत जोशी, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक राजसमंद

शिक्षकों के ग्रीष्मकालीन आवासीय शिविर में पुख्ता व्यवस्था पर चर्चा

राजसमंद। सर्व शिक्षा अभियान और राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की ओर से शिक्षकों के ग्रीष्म कालीन अवकाश में आवासीय प्रशिक्षण के लिए सर्व शिक्षा अभियान जिला परियोजना कार्यालय पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य सोहनलाल रेगर की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में एडीपीसी राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान रिजवान फारूक, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान भानू कुमार वैष्णव, एडीईओ पंकज सालवी, डाइट उपाचार्य रमेशचंद्र वैष्णव, वरिष्ठ व्याख्याता डाइट मांगी लाल रेगर मौजूद थे। प्राचार्य सोहन लाल रेगर ने कहा कि दक्ष-प्रशिक्षक शैक्षिक गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाने की बात कही। फारूक ने गर्मी को देखते हुए पर्याप्त कूलर, पंखे, जनरेटर के साथ मौसमी बीमारी के बचाव के पुख्ता प्रबंध के निर्देश दिए।