प्रतापगढ़। जिले के कई प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में स्काउट, गाइड गतिविधियां सुचारू रूप से संचालित नहीं हो पा रही हैं। इसके लिए राज्य स्काउट गाईड विभाग की ओर से 10 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर बांसवाड़ा रोड स्थित राजकीय एकलव्य मॉडल जनजाति आवासीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय टिमरवां में संचालित किया जा रहा है। शिविर का समापन 8 मई को होगा। शिविर में जिले भर के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं उच्च माध्यमिक स्तर के विद्यालयों के तकरीबन 4 दर्जन से अधिक अध्यापक शामिल हुए हैं। जिन्हें दक्ष प्रशिक्षक प्रशिक्षण दे रहे हैं। शिविर का मुख्य उद्देश्य स्काउट एवं गाइड गतिविधियों से वंचित स्कूलों में भी इन गतिविधियों का सुचारु संचालन हो। जिससे की बच्चों को शिक्षा के साथ समाज सेवा का बीजारोपण किया जा सके। हालांकि जिला कलक्टर के निर्देश के बावजूद शिविर में एक चौथाई अध्यापक ही प्रशिक्षण लेने पहुंचे हैं।जबकि निजी विद्यालयों ने इस प्रशिक्षण शिविर में कोई रुचि नहीं दिखाई।
मां शारदे बालिका छात्रावास में प्रवेश प्रारम्भ
जिले की 100 छात्राओं को प्रवेश का लक्ष्य
श्रेष्ठ प्राप्तांक पर मिलेगी स्कूटी
प्रतापगढ़। यहां नीमच रोड स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर स्थित मां शारदे बालिका छात्रावास में प्रवेश प्रक्रिया शुरु हो चुकी है। स्कूल प्रधानाचार्य सुमन मीणा के मुताबिक क्षेत्र की एससी, एसटी, ओबीसी, सामान्य एवं अल्पसंख्यक वर्ग की छात्राएं इसमें प्रवेश ले सकेगी। प्रवेश लेनी वाली छात्राओं को अध्ययन के लिए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय एवं राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में ही अध्ययन करना होगा। मीणा ने बताया कि प्रवेश प्राप्त छात्राओं का आवास, भोजन के साथ दैनिक उपयोगी की सामग्री व विद्यालय गणवेश भी नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। छात्राओं के समग्र विकास के लिए खेल मैदान के साथ अध्ययन के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध रहेगे। श्रेष्ठ प्राप्तांक प्राप्त छात्राओं को योजना के तहत स्कूटी प्रदान कराई जाएगी।
प्रतापगढ़, चित्तौड़, भीलवाड़ा जिले के 30 से ज्यादा स्कूलों के 3000 छात्रों ने वैज्ञानिक सोच को समझा
चित्तौड़गढ़। जिला मुख्यालय पर उदयपुर रोड स्थित नीरजा मोदी विद्यालय व विजन कॉलेज के तत्वावधान भारतीय अनुसंधान संगठन (इसरो) की प्रदर्शनी में दूसरे दिन शुक्रवार को चित्तौड़, प्रतापगढ़ एवं भीलवाड़ा जिले के 30 से अधिक स्कूलों के तीन हजार विद्यार्थी अंतरिक्ष के महाज्ञान से रूबरू होते हुए और कुछ पलों के लिए उन्होंने ऐसा अहसास किया कि वे अंतरिक्ष में वैज्ञानिकों के साथ है। सैटेलाइट से जुड़ी विज्ञान की अब तक की यात्रा से जुडे़ सवालों का इसरो के वैज्ञानिकों ने जवाब देते हुए जिज्ञासा को शांत करने का प्रयास किया। दूसरी और इसरो के वैज्ञानिकों द्वारा एक ट्रैंड कॉलेज के विद्यार्थियों ने बोलचाल की भाषा में सैटेलाइट का अपने जीवन एवं देश के लिए महत्व बताया। प्रदर्शनी का उदघाटन करते हुए बतौर मुख्य अतिथि सांसद सीपी जोशी ने इसरो की इस प्रदर्शनी को जिला मुख्यालय पर लाने के नीरजा मोदी के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के प्रयास हर शैक्षणिक संस्थानों को करना चाहिए ताकि बच्चे हमारे देश की वैज्ञानिक सोच से रूबरू हो सके। इसरो के वैज्ञानिकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह हमारे जिले के बच्चों का सौभाग्य है कि आप हम सबके बीच में आए हो। वैज्ञानिकों की सोच एवं वैज्ञानिकों से साक्षात्कार रूबरू होने से स्कूलों के हजारों बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित होगी।
इसरो के वैज्ञानिकों को सम्मानित किया…
इसरो के वैज्ञानिक दीपक पंड्या, रश्मिना शाह, जितेंद्र खरड़े, योगेश देथोलिया का सांसद सीपी जोशी सहित नीरजा मोदी स्कूल एवं विजन कॉलेज प्रशासन ने सम्मानित किया। डायरेक्टर प्रशांत बाजपेई ने बताया कि वैज्ञानिक दल ने कक्षा 11 व 12 के समस्त विद्यार्थियों को इसरो में करिअर कैसे बनाए की भी जानकारी दी।