नीट 2021 के पाठ्यक्रम में नहीं होगा बदलाव : शिक्षा मंत्री ने की छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से बातचीत

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एनईईटी (यूजी) 2021 का पाठ्यक्रम पिछले वर्ष की तरह ही रहेगा। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) से परामर्श करने के बाद निर्णय किया जाएगा कि परीक्षा को ऑनलाइन या ऑफलाइन किस प्रकार आयोजित किया जाए।

यह बात केन्द्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ने आगामी प्रतियोगी और बोर्ड परीक्षाओं के बारे में पूरे देश के शिक्षकोंअभिभावकों और छात्रों के साथ वर्चुअल माध्यम से हुई बातचीत में कही।  एक घंटे तक चली बातचीत के दौरान पोखरियाल ने अन्‍य बातों के अलावा स्कूल की परीक्षाओंप्रवेश परीक्षाओं आदि से संबंधित छात्रों की विभिन्न चिंताओं और प्रश्नों के जवाब दिये।

पोखरियाल ने कहा कि छात्र राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के ब्रांड एंबेसडर हैं। उन्‍होंने उम्मीद जाहिर की कि छात्र जल्द ही सामान्य रूप से अपने स्कूलों में लौट आएंगे। उन्‍होंने छात्रों से कोविड के बारे में जारी सभी सावधानियों और दिशानिर्देशों का पालन करने और अपनी पढ़ाई जारी रखने का अनुरोध किया।

मेरी पुस्तकमेरे मित्र अभियानमें छात्रों की सक्रिय भागीदारी का स्‍मरण करते हुए मंत्री ने छात्रों से पुस्‍तकें पढ़ने की आदत को जारी रखने का आग्रह किया। उन्होंने छात्रों को यह भी सुझाव दिया कि वे अपने मित्रोंसंबंधियों तथा अन्‍य लोगों को जन्मदिन के उपहार के रूप में पुस्‍तकें प्रदान करें। उन्होंने कहा कि इससे शिक्षण और सीखने की संस्कृति का विकास और निर्माण होगा।

उन्होंने इस बात पर प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त की कि लॉकडाउन के दौरान भी सीखने और सिखाने की प्रक्रिया जारी रही। कोविड के दौरान शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू की गई विभिन्न पहलों के बारे में उन्होंने पीएम ईविद्या के बारे में जानकारी दी,जो डिजिटल/ऑनलाइन/रेडियो माध्यम से करोड़ों छात्रों को लाभान्वित कर रही हैं। इसके अलावा उन्‍होंने दीक्षास्वयंप्रभाआईआईटी पोर्टल का भी जिक्र किया। इन कार्यक्रमों ने शिक्षा की पहुंच और उपलब्धता को मजबूत बनाया है। उन्होंने यह भी कहा कि मंत्रालय ने कोविड के दौरान सभी छात्रों की शिक्षा को सक्षम बनाने के लिए नियमित दिशानिर्देश और प्रज्ञाता दिशानिर्देशशैक्षणिक कैलेंडर जैसे एसओपी जारी किए।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि एनईईटी और जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाएं सफलतापूर्वक आयोजित की गईं और इन परीक्षाओं में भाग लेने वाले प्रत्येक छात्र की सुरक्षा भी सुनिश्चित की गई।

उन्‍होंने कहा कि भारत और कई देशों में छात्रों को परामर्श सेवाएं उपलब्‍ध कराने के लिए शिक्षा मंत्रालय द्वारा एक टोल फ्री टेली काउंसलिंग शुरू की गई थी।

जेईई परीक्षा के पाठ्यक्रम और तिथियों के संबंध में छात्रों द्वारा व्‍यक्‍त की गई चिंताओं के बारे मेंउन्‍होंने कहा कि जेईई (मुख्य परीक्षा) 2021 के बारे में यह सुझाव प्राप्‍त हुआ है कि उक्‍त परीक्षा एक वर्ष में चार बार आयोजित की जाए। इस बारे मेंसकारात्मक रूप से विचार जा रहा है। यह परीक्षा फरवरी के अंत में शुरू होकर उसके बाद मार्चअप्रैल और मई-2021में हर बार3-4 दिनों में आयोजित करने का सुझाव मिला है। उन्होंने यह भी कहा कि जेईई (मुख्य 2021) का पाठ्यक्रम पिछले वर्ष की तरह ही रहेगा और इस प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है कि क्‍या छात्रों को 90 प्रश्नों (भौतिकीरसायन विज्ञान और गणित के 30-30 प्रश्न) में से 75 प्रश्नों (भौतिकीरसायन विज्ञान और गणित के प्रत्येक 25-25 प्रश्न) का जवाब देने का विकल्प दिया जाएगा। उन्होंने उल्‍लेख किया कि जेईई (मुख्य) 2020में 75 प्रश्न (भौतिकीरसायन और गणित 25-25 प्रश्न) थेजिनका उम्मीदवारों को उत्तर देने का विकल्‍प दिया गया था।

मंत्री ने कहा कि उम्मीदवारों को आगामी शैक्षणिक वर्ष में प्रवेश के लिए जेईई (मुख्य) 2021परीक्षा में एक/दो/तीन/चार बार शामिलहोने का विकल्प देने के बारे में सकारात्मक रूप से विचार किया जा रहा है।

एनईईटी (यूजी) 2021 कार्यक्रम को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय तथा राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसीके साथ परामर्श करके अंतिम रूप दिया जा रहा है,जिसकी निकट भविष्य में घोषणा की जाएगी।

10वीं और12वीं कक्षा कीबोर्ड परीक्षाओं के बारे में जानकारी देते हुए उन्‍होंने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं की तारीखों को तय करने के बारे में हितधारकों के साथ परामर्श जारी है और जल्द ही हित धारकों से प्राप्‍त सुझावोंके आधार पर इसकी घोषणा की जाएगी।

सीबीएसई की प्रैक्टिकल परीक्षाओं को रद्द करने या स्थगित करने से संबंधित प्रश्न का जवाब देते हुए उन्‍होंने कहा कि प्रैक्टिकल समेत बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने की तिथियों के बारे में अभी सीबीएसई को निर्णय लेना है। हितधारकों के साथ परामर्श जारी है। अगर छात्र परीक्षाओं से पहले कक्षाओं में प्रैक्टिकल नहीं कर पाते हैंतो प्रैक्टिकल परीक्षाओं के विकल्‍पों का पता लगाया जाएगा।

कक्षा 12 के पाठ्यक्रम के हटाए गए हिस्से के बारे में छात्रों और शिक्षकों के बीच संदेह के बारे में स्पष्ट करते हुए उन्‍होंने कहा कि सीबीएसई ने संशोधित पाठ्यक्रम को अपनी वेबसाइट पर पहले ही अपलोड कर दिया है। इसके अलावाहटाए गए हिस्‍से को भी सारांश रूप में दर्शायागया है। किसी भी संदेह के बारे मेंस्कूल सीबीएसई से संपर्क कर सकते हैं या सीबीएसई की वेबसाइट www.cbseacademic.nic.in देख सकते हैं।  उन्होंने कहा कि वे सीबीएसई को भी निर्देश देंगे कि प्रत्‍येक अध्‍याय की वीडियो अपनी वेबसाइट पर अपलोड करें।

बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों के लिए स्कूलों को फिर से खोलने के साथसाथ छात्रों की सुरक्षा के बारे में बातचीत करते हुए श्री पोखरियाल ने कहा कि स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभागशिक्षा मंत्रालय ने पहले ही स्कूलों को दोबारा खोलने के लिए एसओपी/दिशानिर्देश जारी किए हैंजो स्‍कूलों को दोबारा खोलने के लिए स्वास्थ्य और सुरक्षा पहलुओं से संबंधितहैं। इसके अलावा वे शारीरिक/सामाजिक दूरी और शिक्षा की आपूर्ति से संबंधित शैक्षणिक पहलुओं के बारे में भी है। मंत्रालय राज्यों के साथ लगातार संपर्क में हैं।