राजस्थान के लाखों विद्यार्थियों के लिए बड़ी खबर, अब ज्ञानदूत 2.0 से होगी फ्री ऑनलाइन पढ़ाई

राजस्थान के लाखों विद्यार्थियों के लिए बड़ी खबर, अब ज्ञानदूत 2.0 से होगी फ्री ऑनलाइन पढ़ाई
राजस्थान के लाखों विद्यार्थियों के लिए बड़ी खबर, अब ज्ञानदूत 2.0 से होगी फ्री ऑनलाइन पढ़ाई

राजस्थान के लाखों विद्यार्थियों के लिए बड़ी खबर, अब ज्ञानदूत 2.0 से होगी फ्री ऑनलाइन पढ़ाई


Jaipur: कोरोना की तीसरी लहर ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है और एक बार फिर से इसका असर शैक्षणिक गतिविधियों पर देखने को मिल रहा है. कोरोना के चलते सरकार ने जहां नगर निगम और नगर पालिका क्षेत्रों में स्कूलों को बंद करने फैसला ले लिया है तो वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में कलेक्टर को कोरोना की स्थिति अनुसार फैसला लेने के निर्देश दिए हैं. जबकि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते अब उच्च शिक्षण संस्थानों को भी बंद करने पर फैसला जल्द ही लिए जाने की संभावना नजर आ रही है. ऐसे में उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित ना हो इसके लिए विभाग की ओर से अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है.उच्च शिक्षा में ज्ञानदूत 2.0 के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई की तैयारी
कोरोना की पहली और दूसरी लहर में विद्यार्थियों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए ज्ञानदूत योजना की शुरूआत की, जिसको उम्मीद से ज्यादा सफलता मिली तो वहीं, अब कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए उच्च शिक्षा विभाग की ओर से ज्ञानदूत 2.0 की पहल होने जा रही है. कोरोना काल में विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा विभाग ज्ञानदूत 2.0 के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई करवाने की तैयारी में जुट गया है. इसमें विद्यार्थियों को शैक्षणिक सहायता, मार्गदर्शन और परीक्षाओं की तैयारी सहित अन्य कवायद की जाएगी. इस कार्यक्रम में इस बार नयापन यह है कि हिंदी भाषा में ई-कंटेंट तैयार करवाया जा रहा है. इसके लिए कॉलेज शिक्षा विभाग द्वारा फिलहाल कला संकाय के 8 विषय, विज्ञान के 4 विषय और वाणिज्य के 2 विषयों सहित कुल 14 विषयों में ई-कंटेंट तैयार करवाने की पहल की गई है.

आयुक्त कॉलेज शिक्षा शुचि त्यागी का कहना है कि “विशेष अकादमिक सहायता कार्यक्रम की अपनी आवश्यकता के तहत जिसमें विद्यार्थियों को अच्छी गुणवत्ता वाला ई-कंटेंट हिंदी भाषा में ऑनलाइन उपलब्ध होगा, जिससे कहीं से भी और कभी भी देखा और पढ़ा जा सकता है. साथ ही प्रत्येक सप्ताह विद्यार्थियों की विषय पर समस्याओं का ऑनलाइन लाइव समाधान भी इस कार्यक्रम में करवाया जाएगा, जिसमें विद्यार्थी अपनी समस्या का समाधान कर सकेंगे. कोरोना के इस दौर में महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालयों में पढ़ाई जारी रखना एक चुनौती है. इसके साथ ही ज्ञानदूत 2.0 जैसे कार्यक्रम समय की जरूरत है. राजस्थान के कॉलेज और विश्वविद्यालय शिक्षा संवर्ग में हिंदी भाषा माध्यम के विद्यार्थियों को अच्छी गुणवत्ता पूर्ण ई-कंटेंट मिलने की समस्या आती है. ऐसे में यह कवायद विद्यार्थियों के हित के लिए काफी महत्वपूर्ण होगी.”यह भी पढ़ें: Rajasthan: शिक्षक भर्ती में ये अभ्यर्थी भी हो पाएंगे शामिल, 11 लाख REET पात्रता प्रमाण पत्र हुए जारीआयुक्त कॉलेज शिक्षा शुचि त्यागी का कहना है कि “ज्ञानदूत 2.0 में करीब 70 फीसदी से ज्यादा सिलेबस को शामिल करने की योजना तैयार की गई है. इसके साथ ही ज्ञानदूत में जो ई-कंटेंट शामिल किया गया था उसमें सिर्फ रिवाइज के लिए ही सिलेबस को शामिल किया जाएगा. इस योजना का लाभ विद्यार्थियों को इस प्रकार मिलेगा की दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्रों में बैठे विद्यार्थियों को भी ऑनलाइन पढ़ाई के बेहतर अवसर मिलेंगे. सिर्फ कोरोना की परिस्थितियों के अनुसार ही नहीं भविष्य को देखते हुए भी ई-कंटेंट तैयार किया जा रहा है.”ज्ञानदूत 2.0 में इन विषयों को किया गया शामिल
कला- भूगोल, अर्थशास्त्र, इतिहास, समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान, लोक प्रशासन, हिंदी, एवं अंग्रेजी
विज्ञान संकाय- रसायन शास्त्र, भौतिक शास्त्र, वनस्पति शास्त्र, तथा प्राणी शास्त्र
वाणिज्य संकाय- लेखा एवं व्यावसायिक सांख्यिकी, आर्थिक प्रशासन एवं वित्तीय प्रबंधन

ज्ञानदूत 2.0 में प्रदेश के इन 9 राजकीय कॉलेज को बनाया गया नोडल1- राजकीय महाविद्यालय अजमेर, 2- राजकीय डूंगर महाविद्यालय बीकानेर, 3- राजकीय महाविद्यालय चूरू, 4- राजकीय महाविद्यालय बांसवाड़ा,5- राजकीय महाविद्यालय जोधपुर, 6- राजकीय महाविद्यालय पाली, 7- राजकीय कला महाविद्यालय सीकर, 8- राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा और 9- राजकीय कन्या महाविद्यालय नाथद्वारा को नोडल बनाया गया है.