शिक्षक समाज सुधारक की भूमिका निभाएं

SHIVIRA Shiksha Vibhag Rajasthan
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सरकारी स्कूलों में सप्ताह में एक बार बैगलेस-डे मनाने का सुझाव

बांसवाड़ा। जिले में शैक्षिक उन्नयन के लिए जिला कलक्टर ने शिक्षा विभागीय अधिकारियों, पीईईओ और संस्थाप्रधानों से स्वैच्छिक संवाद की शुरुआत की। इस दौरान कलक्टर भगवतीप्रसाद ने शिक्षक वर्ग से समाज सुधारक की भूमिका निभाने का आह्वान किया। स्वैच्छिक संवाद के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक राजेंद्रप्रसाद द्विवेदी, रमसा के एडीपीसी जयदीप पुरोहित, सतत शिक्षा अधिकारी प्रकाश पण्ड्या सहित पीईईओ और संस्थाप्रधानों ने अपने विद्यालयों में शैक्षिक उन्नयन व अलख के बारे में आगामी सत्र के लिए बनाई गुणात्मक शैक्षिक उन्नयन योजना से अवगत कराया।

चर्चा का विषय शिक्षा हो

कलक्टर ने कहा कि शिक्षा से जुडे लोग जहां मिले, वहां चर्चा का विषय शिक्षा ही हो। इससे आने वाले समय में जिले की शैक्षिक तस्वीर उजली होगी। आज प्राथमिक कक्षाओं में अध्ययनरत विद्यार्थियों का स्तर कमजोर है। प्रयास यह होना चाहिए कि राजकीय विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थी न्यूनतम अधिगम स्तर प्राप्त कर ले। उनेंने आगामी सत्र में मॉडल निर्माण को बेहतर ढंग से क्रियान्वित करने और मिशन के रूप में संचालित करने पर जोर दिया।

सप्ताह में एक दिन बैगलेस डे

शैक्षिक संवाद में बोरवट के संस्थाप्रधान विमल चौबीसा ने कहा कि वे नए सत्र में अपने विद्यालय में सप्ताह में एक दिन बेगलैस डे के रूप में गतिविधि संचालित करेंगे। वहीं अनन्त जोशी ने अपने विद्यालय में गांव की बीएसटीसी परीक्षा में प्रविष्ट होने जा रहे विद्यार्थियों को निशुल्क प्रशिक्षण देने की योजना से अवगत कराया। अल्पेश जैन, गजेंद्र आचार्य, प्रमोद ताबियार, गिरिराज जोशी, कैलाश मीणा, देवलता सांखला आदि ने अलख अभियान को बेहतर संचालित करने की बात कही।

चार स्कूलों के संस्था प्रधानों को नोटिस

गांगड़तलाई स्कूलों में शिक्षकों के समय पर नहीं पहुंचने, बिना बताए छुट्टी पर रहने, पोषाहार में अनियमितता को लेकर विभाग आखिर हरकत में आया। इससे शनिवार को ब्लॉक शिक्षा कार्यालय में हलचल मची और चार विभिन्न स्कूलों को प्रधानाध्यापकों को कारण बताओ नोटिस थमाए गए।

शारीरिक शिक्षकों ने सात सूत्री मांग पत्र देकर मांगी मदद, शिक्षामंत्री से चाहा हस्तक्षेप

बांसवाड़ा। राजस्थान शारीरिक शिक्षा शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने छह सूत्री मांगों को लेकर पंचायतीराज राज्यमंत्री धनसिंह रावत को ज्ञापन देकर इस बारे में शिक्षा मंत्री से मिलकर कार्रवाई की मांग की। अध्यक्ष नरेंद्र त्रिवेदी और सचिव वीरेंद्रसिंह राठौड़ ने ज्ञापन में प्रथम श्रेेणी व्याख्याता और द्वितीय श्रेणी वरिष्ठ शारीरिक शिक्षकों के पदों को डीईओ द्वारा निदेशक को प्रस्ताव भेजेकर तृतीय वेतन श्रृंखला में सृजित करने की गतिविधि को नियम विरुद्ध बताया और उदयपुर मंडल के वरिष्ठ शारीरिक शिक्षकों की पदोन्नति कराने की मांग की। इसके अलावा सभी सीनियर स्कूलों में शारीरिक शिक्षकों का पद अनिवार्य करवाने, खेल छात्रावासों में प्रशिक्षण नियुक्त करवाने, प्रारंभिक शिक्षा के अधीन पीटीआई को सीसीई के कार्यों से मुक्त कराने का आग्रह भी किया गा। इस दौरान संगठन के अचल मालोत, लालसिंह, धर्मेंद्र त्रिवेदी, विजयपाल पाटीदार, किशोर भट्ट, आलोक व्यास भी मौजूद थे।