पोर्टल में गड़बड़ी के चलते एग्जाम फॉर्म नहीं भर पाए 10वीं-12वीं के 3 लाख स्टूडेंट्स को राहत

पोर्टल में गड़बड़ी के चलते एग्जाम फॉर्म नहीं भर पाए 10वीं-12वीं के 3 लाख स्टूडेंट्स को राहत
पोर्टल में गड़बड़ी के चलते एग्जाम फॉर्म नहीं भर पाए 10वीं-12वीं के 3 लाख स्टूडेंट्स को राहत

पोर्टल में गड़बड़ी के चलते एग्जाम फॉर्म नहीं भर पाए 10वीं-12वीं के 3 लाख स्टूडेंट्स को राहत


MP बोर्ड (मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल) की 10वीं और 12वीं कक्षाओं के सालाना परीक्षा फार्म 31 दिसंबर तक भरने पर अब 100 रुपए लेट फीस लगेगी। हालांकि, 31 दिसंबर के बाद पुराने नियम के हिसाब से ही लेट फीस देनी होगी। यह 2 से 10 हजार रुपए तक है।

बोर्ड ने पहले इस तारीख (31 दिसंबर) तक आवेदन करने के लिए लेट फीस 2000 रुपए तय की थी। स्कूल संचालकों ने मंडल के चेयरमैन राधेश्याम जुलानिया के सामने ये समस्या रखी। जुलानिया ने बुधवार को 31 दिसंबर तक लेट फीस 2 हजार के बजाए 100 रुपए कर दी। हालांकि 31 दिसंबर के बाद यह लेट फीस 2 हजार, 5 हजार और 10 हजार रुपए ही देनी होगी।

परेशानी की वजह पोर्टल

एग्जाम फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 15 दिसंबर थी। बोर्ड के पोर्टल (http://mpbse.nic.in) में गड़बड़ी और सर्वर डाउन होने की वजह से करीब तीन लाख छात्र (10वीं और 12वीं के मिलाकर) फॉर्म नहीं भर सके थे। इनके पास लेट फीस देकर एग्जाम फॉर्म भरने का विकल्प था, लेकिन यह बहुत ज्यादा थी। एग्जाम फीस तो 900 रुपए थी, लेकिन लेट फीस 2 हजार रुपए से लेकर 10 हजार रुपए तक है।

सर्वर डाउन हो गया

14 करोड़ रुपए सालाना खर्च बचाने के लिए एमपी ऑनलाइन की सेवाएं छोड़कर बोर्ड खुद के पोर्टल से परीक्षा फाॅर्म भरवा रहा है। पोर्टल के सर्वर में कई दिक्कतें हैं। फाॅर्म की एंट्री करने पर करीब 40% फाॅर्म पोर्टल एक्सेप्ट ही नहीं कर रहा था। बार-बार ट्राई करने वजह से सर्वर भी डाउन हो रहा था। इस सर्वर पर छात्रों का डेटा अपडेट नहीं होने की वजह से हजारों छात्रों के नामांकन (एनरॉलमेंट) और रोल नंबर से परीक्षा फाॅर्म नहीं खुले।

स्कूली शिक्षा मंत्री मंत्री इंदर सिंह परमार ने मामले पर फिक्र जताई थी। उन्होंने कहा था- तीन लाख से ज्यादा बच्चों के परीक्षा फाॅर्म भरने से वंचित रहने की खबर है। बच्चों के हित में जल्द निर्णय लिया जाएगा।

पुराना है लेट फीस का नियम

MP बोर्ड के PRO एसके चौरसिया ने बताया- 10वीं और 12वीं के छात्रों से तय तारीख के बाद लेट परीक्षा फीस लिए जाने का नियम नया नहीं है। यह कई साल से चला आ रहा है। जो नियम हैं, उसी के हिसाब से छात्रों के परीक्षा फाॅर्म भरे जाएंगे और लेट फीस भी ली जाएगी।