प्री बोर्ड परीक्षा होगी अब महत्वपूर्ण: UP Board Exam 2021
उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा और उसका परिणाम सिर्फ विद्यार्थियों ही नहीं, अधिकारियों के भी भाग्य का फैसला करेगा। लिहाजा अब अधिकारियों का ज्यादा से ज्यादा ध्यान पारदर्शी और शांतिपूर्ण परीक्षा कराकर विद्यार्थियों के बोर्ड परीक्षा परिणाम की मेरिट में आने पर है। इसके लिए उन्होंने जिले के राजकीय व सहायता प्राप्त विद्यालयों को निर्देश जारी कर मेधावी व होनहार विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।
अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने तीन दिन पहले ही वीडियो काफ्रेंसिंग कर अधिकारियों को बोर्ड परीक्षा और परिणाम में बेहतर प्रदर्शन करने के निर्देश दिए हैं। उससे ही उनकी क्षमताओं का आंकलन किया जाएगा। इसलिए अब अधिकारी भी चाहते हैं कि जिले के राजकीय और सहायता प्राप्त विद्यालयों के विद्यार्थी बेहतर प्रदर्शन करके मेरिट में स्थान बनाएं। इसलिए उन्होंने सभी विद्यालयों को प्री-बोर्ड परीक्षा के परिणाम पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए हैं, ताकि इसमें से होनहारों का चयन कर उनकी कमियों को दूर किया जा सके और वह मेहनत कर बोर्ड परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
यह दिए निर्देश
जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार ने सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए हैं कि वह प्री-बोर्ड परीक्षा के आधार पर होनहार और कमजोर विद्यार्थियों का चयन करें। होनहार विद्यार्थियों का चयन कर विषय अध्यापकों से उनकी कमियां दूर कराई जाएंगी, ताकि वह मुख्य परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर जिले का नाम मेरिट सूची में शामिल कराएं। वहीं कमजोर विद्यार्थियों पर भी मेहनत कर परीक्षा में परिणाम सुधारने के निर्देश दिए हैं।
कोर्स की दें पूरी जानकारी
मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक डा. मुकेश अग्रवाल ने मंडल के सभी जिला विद्यालय निरीक्षक और प्रधानाचार्यों को पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं कि बोर्ड स्तर से कम किए गए 30 फीसद कोर्स की जानकारी विद्यार्थियों को दें और शेष 70 फीसद कोर्स के बारे में विद्यार्थियों को अच्छी तरह बताएं, ताकि वह उसे अच्छी तरह समझ कर उसी में से बोर्ड परीक्षा की तैयारी करें और अच्छे अंक लाकर जिले और मंडल का नाम रोशन करें। इसके लिए 70 फीसद बचे कोर्स के पोस्टर छपवाकर विद्यालय में लगाने के निर्देश दिए हैं।