निजी स्कूलों की कमाई के लिए किताबों पर मनमाने दाम छाप रहे प्रकाशक

SHIVIRA Shiksha Vibhag Rajasthan
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एनसीईआरटी, राजस्थान पाठ्य पुस्तक मंडल की तुलना में 3 से 5 गुणा ज्यादा महंगी, अभिभावकों को दो से पांच रुपए पर पेज पड़ रही किताबें

राजसमंद। निजी स्कूलों को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाने के लिए प्रकाशक किताबों के अंकित मूल्य में मनमाने दाम छाप रहे हैं। जिससे बच्चों और अभिभावकों को साधारण किताब के एक-एक पेज के लिए 2 से 5 रुपए तक चुकाने पड़ रहे हैं। जबकि राजस्थान पुस्तक मंडल और एनसीईआरटी की किताबों का एक पेज 50 से 75 पैसे में ही पड़ता है। अब सवाल यह है कि आखिर निजी प्रकाशकों को यह किताबें इतनी महंगी कैसे पड़ रही हैं और वह इतने ज्यादा दाम क्यों लिख रहे हैं। हम आपको इसकी गणित भी समझाएंगे।

ऐसे समझिए अधिक मूल्य लिखने का खेल

सत्र शुरू होने से पूर्व ही निजी स्कूल प्रबंधक सभी प्रकाशकों की किताबें मंगवाते हैं और किताब पर जिस प्रकाशक के दाम सबसे ज्यादा होते हैं वह अपने स्कूल के लिए चयनित करते हैं। क्योंकि प्रकाशक उन्हें सीधे 50 से 60 फीसदी का कमीशन देता है। ऐसे में किताब में जितने ज्यादा दाम छपे होंगे उतना ज्यादा स्कूल प्रबंधन को कमीशन मिलेगा। इसलिए प्रकाशक अपनी लागत और मुनाफा निकालने के बाद करीब 60 फीसदी अधिक दाम किताबों पर अंकित करते हैं। इसलिए कोई भी निजी स्कूल एक प्रकाशक की किताबें भी नहीं चलवाते। वह एक ही कक्षा के लिए कई प्रकाशनों की महंगी किताबों का चयन करते हैं। इससे उन्हें दो फायदे मिलते हैं, पहला तो वह संबंधित प्रकाशन की सबसे महंगी किताबों को ही अपने स्कूल में शामिल करते हैं, वहीं दूसरी तरफ खुले बाजार में सभी किताबें मिलना असम्भव हो जाती हैं।

लेखन भी कमतर

राजस्थान पाठ्यपुस्तक मंडल और एनसीईआरटी की किताबों का लेखन कार्य पूरा एक पैनल बनाकर किया जाता है। जिससे खामियों की संख्या बहुत कम होती है। जबकि निजी प्रकाशकों द्वारा छापी गई किताबों के लेखक एक- दो ही होते हैं। इससे निजी प्रकाशकों द्वारा छापी गई लेखन सामग्री की गुणवत्ता भी कमतर होती है।

केस एक

विषय मूल्य पेज प्रकाशक
कलरबुक १७० रु ३६ चित्रा प्रकाशन प्रावि
मैथमैटिक्स ३४५ रु २१६ गोयल ब्रदर्स
हिंदी २८० रु १२४ गोयल ब्रदर्स
इंग्लिस ३३५ रु १२० मैक मिलन पब्लिकेशन
नोट: कक्षा तीन के विद्यार्थी की महज चार किताबें

केस दो

विषय मूल्य पेज प्रकाशक
साइंस सक्सेज ३६० रु २३२ गोयल ब्रदर्स
सोशल साइंस ३२५ रु २१२ फ्यूचर किड्स
जीके २२० रु ७२ किड्स ज्वाइस पब्लिसिंग
गो ग्रामर २४० रु १४४ फ्यूचर किड्स
नोट: कक्षा छह के विद्यार्थी की महज चार किताबें

केस तीन

विषय मूल्य पेज प्रकाशक
हिंदी २२५ रु १८२ ..
वर्कबुक १३० रु ०० सफायर पब्लिर्स
एक्सपीरेशन ४१५ रु ०० एफ चांद पब्लिकेशन
नोट: कक्षा तीन के विद्यार्थी की महज तीन किताबें

राजस्थान राज्य पाठ्य पुस्तक मंडल
विषय मूल्य पेज प्रकाशक
अपना परिवेश ४६ रु १४० राजस्थान राज्य पाठ्य पुस्तक मंडल
मैथ मैटिक्स ४२ रु १२८ राजस्थान राज्य पाठ्य पुस्तक मंडल
हिंदी ३२ रु ९६ राजस्थान राज्य पाठ्य पुस्तक मंडल
लर्न इंग्लिस ३२ रु १२४ राजस्थान राज्य पाठ्य पुस्तक मंडल
नोट: कक्षा तीन के विद्यार्थी की महज चार किताबें

सीबीएसई, एनसीईआरटी की किताबें
विषय मूल्य पेज प्रकाशक
इंग्लिस कोर्स ६० रु १८४ सीबीएसई
लिटरेचर रीडर ६५ रु १९६ सीबीएसई
डेमोक्रेटिक पॉलिटिक्स ८० रु ११२ एनसीआरटी
मैथ्स १४० रु ३६४ एनसीआरटी

मर्जी से तय होते हैं रेट…

किताबों पर निजी प्रकाशक जिस हिसाब से दरें प्रकाशित करते हैं वह मूल लागत से काफी ज्यादा होती है। इतना खर्च नहीं आता। हालांकि प्रिंटिंग के काम में सामग्री की संख्या के आधार पर दरें तय होती है।

-प्रमोद सोनी (जैन), सनराइज प्रिंटर, कांकरोली

5वीं बोर्ड की परीक्षा को लेकर गठित उड़न दस्तों ने किया केंद्रों का निरीक्षण

नाथद्वारा। कक्षा 5वीं के लिए प्राथमिक शिक्षा अधिगम स्तर मूल्यांकन के लिए डाइट की ओर से गठित 2 उड़न दस्तों ने सोमवार को विभिन्न मूल्यांकन केंद्रों का निरीक्षण किया। डाइट प्राचार्य सोहनलाल रेगर ने बताया कि उड़न दस्ता प्रथम के प्रभारी रमेश कुमार वैष्णव उपाचार्य डाइट और सहयोगी राधाकृष्ण पालीवाल ने बड़ारड़ा, भावा, लावासरदारगढ़, पनोतिया, घोसुंडी और उडऩदस्ता द्वितीय के प्रभारी शांतिलाल जाट, प्रभारी अधिकारी मूल्यांकन और डाॅ. सत्यनारायण सुथार ने बागोल, शिशोदा और चिकलवास मूल्यांकन केंद्रों का निरीक्षण किया। बागोल मूल्यांकन केन्द्र पर अंग्रेजी के मूल्यांकन पत्रक का अवलोकन किया। रेगर ने बताया कि मूल्यांकन कार्य संतोषजनक मिला। संग्रहण केन्द्राध्यक्ष को मूल्यांकन पत्रक की सुरक्षा और अंक भरने में अनुपस्थिति दर्शाने में पूर्ण सावधानी बरतने को कहा।