राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (आरबीएसई) अब जल्द ही 10वीं परीक्षा के परिणाम जारी करने का ऐलान कर सकता है। आरबीएसई की 10वीं कक्षा की परीक्षा में भाग लेने वाले करीब 10 लाख छात्र रिजल्ट के इंतजार में हैं। आरबीएसई बोर्ड जल्द ही 10वीं कक्षा का रिजल्ट जारी कर सकता है। राजस्थान बोर्ड 10वीं या एसएससी के रिजल्ट 10 जून तक जारी किए जाने की संभावना है। 10वीं के रिजल्ट से जुड़ी ताजा आपको हमारी वेबसाइट लाइवहिन्दुस्तान डॉटकाम पर समय समय पर मिलती रहेगी। रिजल्ट जारी होने की डेट या रिजल्ट के लिए छात्र बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट www.rajeduboard.rajasthan.gov.in या www.rajresults.nic.in को भी देख सकते हैं।इससे पहले राजस्थान बोर्ड ने एक जून को 12वीं आर्ट्स स्ट्रीम के रिजल्ट जारी किए जिसमें 88.89 प्रतिशत विद्यार्थी पास हुए हैं। वहीं 12वीं कॉमर्स और साइंस स्ट्रीम के रिजल्ट भी 23 मई को ही घोषित किए जा चुके हैं। राजस्थान बोर्ड में इस साल 10वीं कक्षा में कुल 10 लाख विद्यार्थियों ने परीक्षा दी है। पिछले साल भी दसवीं के नतीजे जून में जारी हुए थे। 2017 में 10वीं के रिजल्ट में पास प्रतिशत 78.96 रहा था। रिजल्ट जारी होने के बाद छात्र अपना रिजल्ट livehindustan.com पर भी प्राप्त कर सकेंगे।
एक स्वर में किसे परास्त करने के लिए बोले बच्चे
प्रतापगढ़। राजस्थान राज्य भारत स्काउट एवं गाइड जिला मुख्यालय प्रतापगढ़ के तत्वाधान में लोगों में प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने की दृष्टि से विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक मिनी मैराथन का आयोजन किया गया। जिसमें स्काउट गाइड, एनसीसी केडेट्स एवं स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भाग लेकर आमजन को प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण एवं उससे होने वाली हानि के प्रति जागरूक किया। सीओ स्काउट अनिल कुमार गुप्ता ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर स्काउट गाइड मिनी मैराथन का आयोजन नगर परिषद से शुरू होकर सूरजपोल, सदर बाजार, बाणमाता मन्दिर से होते हुए दीपेश्वर महादेव मंदिर पर सम्पन्न हुआ। मिनी मैराथन को नगरपरिषद पर जिला कलक्टर बी.एल.मेहरा ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि आज प्लास्टिक के अनेक दुष्प्रभाव देखने को मिल रहे हैं। आज प्रत्येक आदमी इनका आदि हो गया है। जिसके भविष्य में गंम्भीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि आदमी आज प्रत्येक आदमी को पॉलिथीन का बहिष्कार करने की आवश्यकता है। यह लोगों की स्वप्रेरणा से ही संभव है। दीपेश्वर महादेव मंदिर पर आयोजित संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी डॉ शान्तिलाल शर्मा ने कहा कि प्रतापगढ़ राजस्थान प्रदेश में माउण्ट आबू के बाद दूसरी सबसे ऊंची जगह है जहां पहले कभी इतनी गर्मी नही पड़ती थी लेकिन वनों की अन्धाधुंध कटाई के कारण यहां पर भी तापमान निरन्तर बढ़ता जा रहा है और पॉलिथीन के अत्यधिक उपयोग के कारण प्रदूषण भी बढ़ रहा है। ऐसी स्थिति में हमारा दायित्व है कि पॉलिथीन का उपयोग बंद करें और अधिकाधिक पेड़ लगाकर प्रतापगढ़ के वातावरण को पहले जैसा बनाने में सहयोग करे। राजकीय एकलव्य जनजाति आवासीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय टिमरवा के प्रधानाचार्य कमलेश कुमार नागर ने कहा कि जीवन दायिनी ऑक्सीजन शुद्ध पर्यावरण से ही प्राप्त हो सकती है। और शुद्ध पर्यावरण पेड़ों की अधिकता से ही मिल सकती है। जिसके लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने की आवश्यता है। स्काउटर गिरवर लाल सुमन ने कहा कि यदि आज भी हम नहीं चेते तो वह दिन दूर नहीं जब बालकों को स्कूल जाते समय ऑक्सीजन का भी सिलेडर साथ में भेजना पड़ेगा।