शिक्षा में नवाचार
जयपुर। केन्द्रीय मंत्रियों से भेंट के दौरान देवनानी ने विकास कार्यो के लिए सी.एस.आर. फंड से राशि दिलवाने का मुद्दा भी उठाया। विशेषकर स्कूलों के विकास और शिक्षा के उन्नयन के लिए इस फंड से राजस्थान (Rajasthan) की उपलब्धियों को देखते हुए विशेष फंड दिलवाने का आग्रह किया। उन्होंने केन्द्रीय मंत्रियों को बताया कि राज्य के इस वर्ष के बजट में प्रधानमंत्री के डिजीटल इंडिया के सपने को साकार करने के लिए शिक्षा संकुल परिसर, जयपुर में एक करोड़ चवालिस लाख चौबिस हजार रूपये की अनुमानित लागत से ‘‘ई-लनिर्ंग स्टूडियो’’ स्थापित करने की घोषणा की गई है।
इसी प्रकार एस.आई.ई.आर.टी. को राज्य शैक्षिक एवं प्रशिक्षण परिषद् (एस.सी.ई.आर.टी.) में परिवर्तित करने का निर्णय भी लिया गया है। साथ ही कक्षा नवीं व दसवीं की पाठ्य पुस्तकों में 389 क्यू-आर कोड लगवाए जाएंगे। प्रत्येक क्यूआर कोड हार्ड स्पोर्ट के लिए होगा। इसके माध्यम से विद्यार्थी स्वयं अपनी समस्या के समाधान के लिए संदर्भ सामग्री, वीडियो, चित्रा आदि देख सकेंगे। इसके अलावा भारत सरकार के सहयोग से राज्य के 150 शारदे बालिका छात्रावासों में डिजीटल क्लास रूम की स्थापना के लिए 7.81 करोड़ रूप्ये की राशि व्यय की जाएगी। कुशल कार्य संपादन के लिए सभी नौ हजार आठ सौ चौरानवे पी.ई.ई.ओ. तथा 484 नोडल अधिकारियों को लैपटॉप उपलब्ध करवाने के साथ ही संस्था प्रधानों को तीन हजार बानवे टेबलेट्स दिए जाएंगे। विद्यालयों में प्रतिवर्ष 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया जाएगा। राज्य के अठारह सौ राजकीय विद्यालयों में दसवीं के बाद हायर एजुकेशन के लिए कैरियर काउंसलिंग आरंभ की जाएगी जिसे अगले वर्ष राज्य के सभी 9 हजार 8 सौ चोैरानवे उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में लागू किया जाएगा।