बरसों से इस स्कूल की दीवारें उदास सी नजर आ रही थी, लेकिन कुछ ही दिन बाद रंगों से भरी कूची से एक उजास सा आ गया और स्कूल में खुशी लौट आई
चित्तौडग़ढ़। बरसों से इस स्कूल की दीवारें उदास सी नजर आ रही थी, लेकिन कुछ ही दिन बाद रंगों से भरी कूची से एक उजास सा आ गया और स्कूल में खुशी लौट आई। शहर में किला रोड स्थित राजकीय सीनियर सैकण्डरी पुरुषार्थी स्कूल अब बदला-बदला सा नजर आने लगा है। यह देख बच्चों के चेहरे भी खिल उठे। करीब तीन-चार माह से यहां बीएड इंटरशिप कर रही तीन छात्राओं की पहल ने स्कूल की तस्वीर ही बदल दी। बीएड छात्रा दिव्या छीपा, आराधना छीपा, भावना मेघवाल ने स्कूल की दीवारों और बरामदों को चित्रांकन व मांडने के माध्यम से एक अलग पहचान देने की कोशिश की। वार्षिक परीक्षा के दौरान शिक्षण कार्य नहीं होने पर शारीरिक शिक्षक व प्रधानाध्यापक ने प्रेरित किया तो इन छात्राओं ने प्रतिदिन चार-पांच घंटे मेहनत करके पहले स्कूल की दीवारों पर मांडने मंाडे और उसके बाद बरामदे में वाल पेंटिंग कर दी। छात्राओं ने बताया कि पूरे स्कूल में १०-१५ दिन में चित्रकारी का काम पूरा हो गया। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी शांतिलाल सुथार ने बताया कि इन छात्राओं की ओर से स्कूल में विभिन्न प्रकार के राजस्थानी मांडने व वाल पेटिंग दूसरों के लिए भी प्रेरणादायी है।
यादगार बन जाए इंटरशिप
बीएड छात्राओं ने कहा कि स्कूल में चल रही इंटरशिप यादगार बनाने के लिए मन में संकल्प किया कि इस स्कूल से जाने से पहले कुछ अच्छा करके जाएंगे। वार्षिक परीक्षा के दौरान स्कूल में शिक्षण कार्य नहीं होने के दौरान स्कूल स्टाफ के सहयोग से मेहनत सफल हो गई।
बैठे-बैठे आया विचार
हम सभी एक साथ बैठे थे तभी स्कूल की सुंदरता का मामला आया तो बीएड छात्राओं को प्रेरित किया। इनकी मेहनत का ही परिणाम है कि आज स्कूल आकर्षण केंद्र बना हुआ है।
-रेखा चौधरी, शारीरिक शिक्षिका
इच्छा देखी तो नहीं रोक पाया
बीएड छात्राएं जब पेटिंग करने की इच्छा को लेकर मेरे पास आई तो इनकी दृढ़ इच्छा को देखकर इनको सामग्री दिलाने के लिए मैं खुद को नहीं रोक पाया।
-शंभूलाल भट्ट, प्रधानाध्यापक
विद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण दिए निर्देश
धोलापानी/ प्रतापगढ़। प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के दौरान प्रगति की समीक्षा के लिए ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी चंद्रप्रकाश साहू ने क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया। प्रवेशोत्सव की प्रगति की समीक्षा करते हुए प्रवेशोत्सव में लक्ष्य हासिल करने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। सभी संस्था प्रधानों को निर्देश दिए कि प्रवेशोत्सव के प्रथम चरण में डोर टू डोर सर्वे, जनसंपर्क अभियान एवं विभिन्न प्रचार कार्यक्रमों का आयोजन कर पंचायतों को उजीयारी पंचायत बनाने में सहयोग की अपील की। बीईईओ साहू ने अंबावली ग्राम पंचायत के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय एवं राजकीय प्राथमिक विद्यालय बरोल जागीर, सियाखेड़ी ग्राम पंचायत के माताजी का फला विद्यालय का निरीक्षण किया। परीक्षा परिणाम एवं प्रवेशोत्सव के बारे में जानकारी ली। विद्यालय रिकॉर्ड व्यवस्थित संधारण एवं प्रवेशोत्सव को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए। शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने के निर्देश दिए। इस दौरान राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय उम्मेदपुरा के प्रधानाध्यापक हीरालाल शर्मा भी साथ थे।