अब जनसंख्या 1 करोड़ के आसपास पहुंची
टीएसपी क्षेत्र का दायरा सरकार ने बढ़ा दिया है। अब तक डूंगरपुर-बांसवाड़ा पूर्ण, उदयपुर, सिरोही और प्रतापगढ़ के कुछ गांवों को ही टीएसपी में शामिल किया था, लेकिन दायरा बढ़ाने के साथ ही मौजूदा टीएसपी में 4 जिले पाली, उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़, सिरोही को जोड़ दिया है। इन जिलों के 663 गांव ओर जोड़ दिए गए हैं। इससे टीएसपी क्षेत्र की जनसंख्या करीब एक करोड़ के आसपास पहुंच जाएगी, जो अलग राज्य के मापदंड को पूरा करने के करीब होगी। ऐसे में इसका असर यह होगा कि समानता मंच ताकतवर बनेगा और अलग राज्य की मांग कर सकता है। दूसरी ओर राज्य कैबिनेट के इस प्रस्ताव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी केबिनेट ने स्वीकार कर लिया था। इसके बाद ही राज्य केबिनेट में इस पर मुहर लगाते हुए मेमोरेंडम जारी कर दिया है। दूसरी ओर, कैबिनेट के इस फैसले से उदयपुर संभाग की राजनीति में आमूलचूल परिवर्तन देखा जा सकेगा।
अभी टीएसपी की 65 लाख जनसंख्या, 35 लाख और बढ़ी
दूसरी ओर, अब तक टीएसपी क्षेत्र की जनसंख्या 65 लाख की थी, लेकिन नए गांव और जिलों को जोड़ने के बाद 1 करोड़ के आस पास हो गई है। गौरतलब है कि करीब यह जनसंख्या गोवा, केंद्रशासित छोटे राज्यों की तुलना में ज्यादा है। ऐसे में उदयपुर संभाग में उदयपुर नगर निगम को छोड़कर करीब करीब बाहर के गांवों को टीएसपी में शामिल कर लिया गया है।
फायदा : टीएसपी के लिए यह फायदा है
1. सरकारी नौकरियों के लिए अलग से आरक्षण व्यवस्था लागू है। 50 प्रतिशत सामान्य वर्ग, 45 प्रतिशत एसटी और 5 प्रतिशत एससी वर्ग को दिया गया है।
2. राज्य सरकार की हर भर्ती में टीएसपी के लिए अलग से कोटा तय किया हुआ है। व्यवस्थानुसार भर्ती प्रक्रिया होती है।
3. टीएसपी के लिए अलग से मूल निवास प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। जिसमें 1970 से पहले यहां का निवासी होना अनिवार्य होता है।