सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के नाम पर आ रहे फर्जी कॉल, रहें सतर्क

सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के नाम पर आ रहे फर्जी कॉल, रहें सतर्क


मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन कराने को लेकर कई लोगों के पास फर्जी कॉल आ रहे हैं. कॉल करके देश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने का वादा कर रहे हैं. एडमिशन के नाम पर इस तरह के फर्जी गिरोह सक्रिय हो गये हैं. ये दलाल बन कर मनचाहे मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए दो से पांच लाख रुपये तक की मांग कर रहे हैं. यह परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों को फोन कॉल से संपर्क कर रहे हैं.

केस एक :

फुलवारीशरीफ के सुमन कुमार के पास फोन कर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने का दावा कर रहा था. जब सुमन ने कहा कि अंक कम है तो, दलाल ने कहा कि आप चिंता न करें. हम लोग पैसा देकर अलग-अलग कोटे के तहत सीट रिजर्व रखते हैं. अलग कोटे से आपका एडमिशन करवा देंगे. कम-से-कम 10 हजार रुपये देकर आप अपना सीट रिजर्व करवा लीजिये. कॉलर ने कहा कि सिर्फ दो से तीन लाख लाख रुपये में एडमिशन दिला देंगे. उन्हें शुरुआत में 60 हजार रुपये जमा करने होंगे.

केस दो :

राजा कुमार को रैंक स्टेट रैंक के तहत भागलपुर मेडिकल कॉलेज आवंटित हो गया था. आवंटन के बाद राजा के पैरेंट्स के पास फोन आता है कि मैं आपके बच्चे का एडमिशन पटना मेडिकल कॉलेज (पीएमसी) में करवा देंगे. इसके लिए आपको 50 हजार रुपये देने होंगे. इस तरह से लगातार नीट देने वाले और कॉउंसेलिंग में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स को फोन आ रहा है.

इससे पहले भी एनटीए ने किया था सतर्क

नीट यूजी- 2020 के अभ्यर्थियों को फर्जी कॉल, एसएमएस, इमेल भेजे जा रहे थे. फर्जी कॉल के जरिए पर्सनल इन्फॉर्मेशन देने को कहा जा रहा था, जिसके बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने अभ्यर्थियों को इससे सावधान रहने को कहा था. इस बारे में एनटीए ने नोटिस जारी कर सभी को अलर्ट किया था कि वे ऐसे कॉल, इमेल से सतर्क रहें. एनटीए कॉल, इमेल या एसएमएस के जरिए कोई जानकारी नहीं मांगती है.