खल रही कोच की कमी, पिछड़ रहे हमारे खिलाड़ी

Education Shiksha Vibhag

प्रदेशभर में पद खाली, निदेशालय ने मांगे आवेदन

बांसवाड़ा। प्रदेश के स्कूल और स्पोट्र्स स्कूल में कोच (coach) के पद खाली होने से खिलाडिय़ों को खेलों का पूर्ण प्रशिक्षण नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में खिलाड़ी अधिक पदक नहीं ला पा रहे हंै और राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रदर्शन में पिछड़ रहे हैं। शिक्षा निदेशालय ने इसे गंभीरता से लेते हुए प्रदेश में खाली पड़े कोच पदों के लिए आवेदन मांगे हैं, ताकि इन पदों को भरकर खेलों की स्थिति को बेहतर किया जा सके।

44 पद 28 खाली

प्रदेश में कोच के करीब 44 पद स्वीकृत हैं, जिसमें से 28 पद खाली पड़े हैं। डीपीसी 18 पद व आरपीएससीके 10 पद खाली हैं। राजकीय नूतन उमावि बांसवाड़ा में एथलेटिक्स व हैण्डबॉल के पद रिक्त हैं। निदेशालय ने एनआईएस प्रशैक्षिक योग्यतावाले तृतीय श्रेणी शारीरिक शिक्षक एवं शारीरिक शिक्षकों की सूची मांगी है। साथ ही तृतीय श्रेणी व द्वितीय श्रेणी शारीरिक शिक्षकों के आवेदन भी मांगे हैं।

यहां छात्रावास की हालत ही खस्ता

शहर की रातीतलाई में संचालित राज्य स्तरीय खेल छात्रावास ही अर्से से खस्ताहाल है। विभाग एवं नूतन स्कूल प्रबंधन स्तर से सुध नहीं लेने से अब तो यह पूरी तरह से खण्डहर में तब्दील हो गया है। खिलाड़ी भी अब प्रवेश से दूरी बना रहे हंै।

कुछ पद प्रमोशन से भरेंगे

द्वितीय व तृतीय ग्रेड के शिक्षक अपनी योग्यता यानी एनआईएस व अनुभव की एंट्री करवा सकते हैं, जिससे खाली पड़े कोच के कुछ पदों को प्रमोशनसे भरा जाएगा। बाकी पदों को सीधी भर्ती से भरा जाएगा।

-नूतनबाला कपिला, संयुक्त निदेशक, कार्मिक, माध्यमिक शिक्षा बीकानेर