तृतीय श्रेणी के शिक्षकों के तबादले पिछले बारह सालों में केवल दो बार हुए हैं। एक लाख से ज्यादा शिक्षक तबादलों का इंतजार कर रहे हैं लेकिन तबादलों पर अघोषित रोक लगी हुइ है।राजस्थान के अलग-अलग विभागों में सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों के तबादले (Rajasthan Teacher Transfer News) होते रहते हैं। हालांकि, तृतीय श्रेणी अध्यापकों के ट्रांसफर पर कई साल से अघोषित रोक लगी हुई है। एक लाख से ज्यादा शिक्षक तबादलों का इंतजार कर रहे हैं लेकिन सरकार इनकी सुध नहीं ले रही है। प्रतिबंधित जिलों में हजारों शिक्षक ऐसे हैं जो बीस साल से अपने गृह जिले से 500 किलोमीटर दूर नौकरी करने को मजबूर हैं। ये शिक्षक अपने तबादले के लिए लगातार सरकार पर दबाव बनाते रहे हैं लेकिन इन्हें आश्वासन के अतिरिक्त कुछ नहीं मिलता।
राजस्थान विधानसभा में भी कई विधायक इस मुद्दे को कई बार उठा चुके हैं। इसके बावजूद नतीजा वही ढाक के तीन पात। पिछले दिनों राज्य सरकार ने तबादला नीति लाकर शिक्षकों के ट्रांसफर करने का ऐलान किया था लेकिन इस नीति को मंजूरी नहीं मिली और शिक्षक ट्रांसफर का इंतजार करते रह गए।
सालभर पहले शिक्षा विभाग ने मांगे थे आवेदन, 85 हजार शिक्षकों ने किया एप्लाई
शिक्षकों की लगातार मांग और जनप्रतिनिधियों के दबाव के बाद सरकार तृतीय श्रेणी अध्यापकों के ट्रांसफर पर राजी हुई। सालभर पहले शिक्षा विभाग ने तबादलों के इच्छुक शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन मांगे। 85 हजार से ज्यादा शिक्षकों ने तबादले के लिए आवेदन किया लेकिन अभी तक वे इंतजार ही कर रहे हैं। राज्य सरकार ने तबादला नीति को मंजूरी नहीं दी। इस वजह से थर्ड ग्रेड शिक्षकों के तबादले अटके हुए हैं। ट्रांसफर नहीं होने से इन शिक्षकों में सरकार के प्रति भारी आक्रोश है।